नई दिल्ली. सृजन एनजीओ घोटाले में परत-दर-परत खुलने के साथ घोटाले की रकम भी बढ़ती जा रही है. जांच के बाद अब 700 करोड़ के घोटाले की खबर आ रही है. पुलिस का कहना है कि यह राशि 900 करोड़ तक पहुंच सकती है. मालूम हो कि पूर्व में बिहार के भागलपुर में चलने वाली ‘सृजन’ एनजीओ के द्वारा 502 करोड़ के सरकारी धन के गबन का मामला सामने आया था.
हालांकि भागलपुर के डीएम आदेश तितरमारे के कहा कि सृजन ने जमा राशि के करीब 50 प्रतिशत यानि 300 करोड़ की राशि लौटाया भी है.
इस बीच पुलिस की पूछ-ताछ के बाद एक और मोड़ सामने आया है. जीटीएम मॉल के डायरेक्टर ने पुलिस की पूछ-ताछ में स्वीकार किया है कि मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार ने मॉल में एक दुकान बुक करवायी थी. मनोरमा देवी सृजन की संस्थापिका थीं और इस घोटाले का मास्टरमाइंड भी उन्हे ही माना जा रहा है. इसी साल अप्रैल महीने में उनकी मृत्यु हुई है.
पुलिस की पूछताछ में जीटीएम मॉल के डायरेक्टर ने यह भी बताया है कि मॉल में बीजेपी के एक नेता विपिन शर्मा का भी पैसा लगा है. विपिन शर्मा ने 4 दुकानों के लिए 13 लाख रुपया जीटीएम को जमा किया था. विपिन शर्मा भाजपा के किसान मोर्चे के उपाध्यक्ष भी हैं. मामले में नाम सामने आने के बाद वे फरार चल रहे हैं. यह मॉल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की जमीन पड़ बन रहा है.
बताया जा रहा है कि विपिन शर्मा कुछ साल पहले तक एक साधारण जिन्दगी जी रहे थे वहीं, अब वे कई दुकानों के मालिक बन बैठे हैं.
इधर जदयू ने घोटाले में युवा जनता दल यूनाइटेड के भागलपुर अध्यक्ष शिव मंडल का नाम सामने आने पर उन्हे पद से हटा दिया है. महेश मंडल, शिव मंडल के पिता हैं. अकूत संपत्ति बनाने के मामले में पुलिस महेश मंडल के आय के स्रोतों की जांच कर रही है.