बिलासपुर. सदर पुलिस थाना के तहत बुधवार को एक युवती ने पंखे से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. पुलिस ने मामला दर्जकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है. युवती द्वारा उठाए गए इस कदम से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है. युवती की पहचान ज्योति ठाकुर, पुत्री राम चंद ठाकुर, निवासी हमीरपुर के रूप में हुई है.
युवती पिछले पांच वर्षों से बिलासपुर शहर के रौड़ा सेक्टर में किराए के मकान में अकेली रहती थी. वह क्षेत्रीय अस्पताल, बिलासपुर में बतौर फिजियोथेरेपिस्ट कार्यरत थी. मंगलवार की शाम को रोजाना की तरह अस्पताल से अपना काम खत्म करके युवती किराए के मकान में पहुंची. लेकिन, बुधवार सुबह जब 10 बजे तक वह नहीं उठी, तो साथ के कमरे में रह रहे मकान मालिक को शंका हुई. मकान मालिक की पत्नी ने युवती का दरवाजा खटखटाया. लेकिन, अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. तब मकान मालिक इसकी सूचना सदर पुलिस थाने में दी.
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोला तो युवती पंखे से फंदा लगाकर लटकी हुई थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. युवती द्वारा फंदा लगाने के कारणों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है. सदर पुलिस थाना के प्रभारी रामदास ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
अध्यापिका ने फंदा लगाकर जान दी
पुलिस थाना भराड़ी के तहत गांव जरोड़ा की एक अध्यापिका ने घर की रेलिंग से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. उक्त महिला भराड़ी स्कूल में चित्रकला की अध्यापिका थी.
अमरी देवी(50), पत्नी राम चंद अपने घर पर सोई हुई थी. बुधवार सुबह साढ़े छह जब महिला का छोटा बेटा उठा, तो उसने देखा कि उसकी माता घर की रेलिंग पर लटकी हैं. परिवारजन महिला को तुरंत नजदीकी भराड़ी अस्पताल
में ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है. घटना स्थल पर किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. उधर, भराड़ी थाना प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.