बिलासपुर(घुमारवीं). ग्राम पंचायत गाहर में एक सड़क है जिसके बनने का इंतजार पिछले 14 साल से हो रहा है. साल 2003 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के द्वारा दधोल से जरोड़ा तक संपर्क सड़क बनना तय हुआ था लेकिन यह सड़क 2017 में भी नहीं बन पायी है. गाहर से नसवाल तक सम्पर्क सड़क भी, न जाने कितने सालों से बनने का इंतजार कर रही है, लेकिन प्रशासन को इसकी रत्ती भर भी चिंता नहीं है.
ग्राम पंचायत गाहर विकास खंड घुमारवीं की बड़ी पंचायतों में से एक है. पंचायत प्रधान कुलतार सिंह बताते हैं कि पंचायत में सबसे बड़ी समस्या सड़क की है. इसके अलावा पेयजल की समस्या भी लोगों को काफी परेशान कर रही है. कोहला से सोहल्द के लिए सिंचाई योजना लगभग 28 साल पहले बनी थी लेकिन करोड़ो रूपये से बनी यह योजना दो महीने में ही ठप पड़ी गयी. इस योजना के कारण किसानों की कई बीघा जमीन पाईपों के कारण बेकार हो गई.
इस पंचायत का एक गांव जरोड़ा जहां आज भी कोई पीने के पानी की सुविधा नही है. इस गांव के पास अपने पैसों से तैयार पानी की योजना है, जिसमें हर 10 घरों के लिए एक नल है. इस गांव के अधिक्तर लोग सरकारी संस्थानों में ऊंचे पदों पर आसीन हैं, लेकिन सरकारी सुविधाएं न के बराबर है.
पंचायत प्रधान ने बताया कि बारिश के कारण कच्ची सड़कों में पानी भर जाता है. जिसमें मच्छर पैदा होते हैं और बीमारी का ख़तरा बढ़ जाता है. इस कच्ची सड़क पर दोपहिया वाहन चालको को हादसे का भय बना रहता है. पंचायत प्रधान कुलतार सिंह का कहना है कि वे समस्याओं के बारे में सम्बन्धित विभागों को कई बार बता चुके हैं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होती है, वो क्या करें.