नई दिल्ली. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने बुधवार को कहा कि भारत के ‘कोल्ड स्टॉर्ट डॉक्ट्रिन’ से निपटने के लिए पाक ने कम रेंज वाले परमाणु हथियार विकसित किए हैं. अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तान के लिए भारत सबसे बड़ा ख़तरा है. लेकिन पाकिस्तान के पास भारत से मुक़ाबला करने के लिए पर्याप्त हथियार है.
संयुक्त राष्ट्र की वार्षिक महासभा में भाग लेने न्यूयॉर्क गए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद अब्बासी ने एक साक्षात्कार में कहा कि हमारी परमाणु संपदा मज़बूत, सुरक्षित कमांड और कंट्रोल सिस्टम है. हमने ऐसा सिस्टम अपनाया है कि यह सुरक्षित रहे. पिछले 20 साल इस बात के गवाह हैं कि यह सिस्टम कितना सुरक्षित है.
#Pakistan has fully secure, robust #nuclear command and control system: PM Shahid Khaqan Abbasi #UNGA #CFR pic.twitter.com/KlqMyJ2qJi
— Govt of Pakistan (@pid_gov) September 21, 2017
‘कोल्ड स्टॉर्ट डॉक्ट्रिन’
‘कोल्ड स्टॉर्ट डॉक्ट्रिन’ दरअसल भारतीय सेना का एक विकसित सिद्धांत है. इस सिद्धांत के आधार पर सरकार से आदेश मिलते ही भारतीय सेना महज़ 48 घंटो में हमला शुरू कर सकती है. इसका उद्देश्य युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान को परमाणु हमले से रोकना है.
अब्बासी ने साक्षात्कार के दौरान भारत को हर मुद्दे पर घेरने की कोशिश की. शाहिद अब्बासी ने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा.
उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर भारत का रुख आक्रामक है, ताकि जो कश्मीर के लोग संघर्ष कर रहे हैं उससे ध्यान हटाया जा सके. लेकिन कश्मीर के लोग वहाँ भारत के कब्ज़े के खिलाफ़ उठ खड़े हुए हैं. उन्होंने भारतीय सेना के द्वारा कश्मीरी लोगों पर अत्याचार का आरोप भी लगाया.
वहीं इन सब के बीच पाक प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वो भारत के साथ सामान्य संबंध चाहते हैं. दोनों पड़ोसी देशों को अहम मुद्दों पर बातचीत करने की ज़रुरत है.