26 किमी लंंबी कोच्चि मेट्रो ट्रेन के पहले चरण की सेवा 17 जून से शुरू हो गयी. कोच्चि के बाद आपके शहर में भी मेट्रो ट्रेन बनने की शुरूआत हो सकती है. क्योंकि टायर टू-2 (छोटे शहर) कोच्चि से इसकी शुरूआत हो गयी है. मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद कोच्चि में भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम में कमी आने की उम्मीद है. 5,000 करोड़ की कोच्चि मेट्रो परियोजना का पहला चरण पांच सालों में बनकर तैयार हुई है. यह कई मामलों में बाकी मेट्रो सेवा से अलग है. जानिए कोच्चि मेट्रो की दस खुबियों के बारे में,
- यह टायर-टू शहर का पहला और देश का आठवां मेट्रो स्टेशन है. यह सरकार के स्वमित्व वाली मेट्रो परियोजना भी है.
- पहले चरण में छह ट्रेनें कोच्चि के पलारित्तम से अलुआ के बीच चलेंगी. 13 किमी की दूरी में यह 11 स्टेशनों पर रूकेगी.
- कोच्चि मेट्रो के स्टेशनोंं के थिम्स अलग-अलग हैं. इनमें केरल का प्राकृतिक सौंदर्य, पश्चिमी घाट, मसाले, कला, खेल, सांस्कृतिक विरासत और कोच्चि के स्थानीय इतिहास को दिखाया गया है.
- इस परियोजना में अबतक 23 किन्नरों को भी नौकरी दी गई हैं. इसके साथ 1,000 महिलाएं यहां विभिन्न जिम्मेदारी सम्भालेंगी.
- सभी स्टेशनों के छत पर सोलर पैनल लगाएं गए हैं. यह 2.3 मेगावाट बिजली देगा.
- मेट्रो का न्यूनतम भाड़ा 10 रुपया और पूरी यात्रा करने पर 40 रुपया लगेंगे. पहली ट्रेन 6 बजे सुबह से चलेगी, अंतिम मेट्रो 10 बजे है. एक बार में 975 लोग ट्रेन में सफर कर सकते हैं.
- यात्रा से हर अपडेट के लिए मेट्रो ने अपना एप्प भी लांच किया है.
- मेट्रो कोरीडोर एरिया में साइकिल और मोटर के लिए दो किमी लंबी फुटपाथ बनाए गए हैं।
- कोच्चि मेट्रो कार्ड से बस और ट्रेन में भी सफर की जा सकती है। इसे बैंक एकाउंंट से जोड़ा जा सकता है।
- 2019 तक वाटर मेट्रो से इसे जोड़ दिया जाएगा। फेडरर बस की तरह यह मेट्रों स्टेशनों को विभिन्न टापू से जोड़ेगी। इसमें 78 स्पीड बोट, 38 बोट जेटर्स शामिल होंगे। इस तरह यह देश का पहला वाटर मेट्रो होगा। इसमें 800 करोड़ रुपये लगने की संभावना है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
गुड लक कोच्चि मेट्रो!