नई दिल्ली. देश के मौसम विभाग के अनुसार इस बार देश में पिछली बार से अच्छी बारिश होने की उम्मीद है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी किये गये अग्रिम अनुमान के मुताबिक जून से सितंबर तक देश में 103 फिसदी बारिश की उम्मीद है. विभाग ने महीनेभर पहले देश में 99 फिसदी बारिश का अनुमान लगाया था.
मौसम विभाग ने इस बार 103 फिसदी बारिश की उम्मीद
मानसून के दौरान देश में सामान्य दीर्घावधि औसत बारिश 87 सेमी होती है. दीर्घावधि औसत के 96 से 104% बारिश को सामान्य माना जाता है. IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि ला-नीना परिस्थितियां पूरे मानसून के दौरान बनी रहने की उम्मीद है, इसलिए बारिश में इजाफे का अनुमान है. इस बार मानसून तीन दिन पहले केरल पहुंचा है.
विभाग ने बताया कि 1971-2020 के आंकड़ों के आधार पर जून के दौरान देश में वर्षा का एलपीए (Long Period Average) लगभग 165.4 मिमी है. जून में उत्तर-पश्चिम, मध्य भारत और दक्षिण प्रायद्वीप के उत्तरी भाग के अधिकांश हिस्सों और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है. पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी भाग के कई हिस्सों, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश की उम्मीद है.
2019 से लगातार हो रही है अच्छी बारिश
जून में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर-प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, पश्चिमी गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना है.
दो दिन में बंगाल के हिमालयी हिस्से तक पहुंचेगा मानसून
इस बार मानसून तीन दिन पहले केरल पहुंचा है. अगले दो दिन में इसके कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा, पूर्वोत्तर, सिक्किम और हिमालयी पश्चिम बंगाल तक पहुंचने की संभावना है.
क्या है ला-नीना
ला-नीना का मतलब प्रशांत महासागर की समुद्री सतह के तापमान में समय-समय पर होने वाले बदलावों से है. इसका दुनियाभर में मौसम पर प्रभाव पड़ता है. अल नीनो की वजह से तापमान गर्म होता है और ला नीना के कारण ठंडा.