मंडी(सुंदरनगर). बीबीएमबी कालोनी में कब्जा हटाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बीबीएमबी प्रबंधन ने एसजीरो चौक के निकट कई कब्जे हटाए हैं. इस कार्य में पुलिस की मदद ली गई है. अधिकारियों के द्वारा औपचारिकताएं पूरी करने के चक्कर में इस कार्रवाई पर जोरदार विरोध हुआ है.
अधिकारियों के खिलाफ कब्जे हटाने में किए गए भेदभाव के विरोध में प्रधानमंत्री, उर्जामंत्री सहित सीएम से शिकायत की गई है. लोगों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन द्वारा दो साल पूर्व शुरू मुहिम में गरीब और विस्थापित पर ही हाथ डाला गया और गरीब के सिर छुपाने के लिए बनाई छत तक उजाड़ दी है. इससे कई परिवार खुले आसमान के नीचे रातें गुजारने पर मजबूर हो गए है.
हो रहा भेदभाव
स्थानीय महिला मंडल की प्रधान नीलम और एकता संघर्ष समिति के प्रधान उमेश ने कहा कि बीबीएमबी प्रबंधन के अधिकारी कब्जे के मामले में विस्थापित और कर्मचारी के भेदभाव कर रहे है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के कई बड़े अधिकारी व इनके परिवार के सदस्य अवैध रूप से कारोबार चला रहे हैं. स्कूल के कई शिक्षकों ने सरकारी आवासों को ही नाजायज टयूशन सैंटर बना डाले हैं. उन्होंने कहा कि रसूखदार कई अधिकारी बीबीएमबी प्रबंधन की आंख में धूल झोंक कर कारोबार व कमाई में जुटे हैं. जिसके संबंध में प्रधानमंत्री मोदी, सीएम जयराम और उर्जा मंत्री को अवगत करवा सके.
जल्द की जाएगी कार्रवाई
सुंदरनगर बीबीएमबी के वरिष्ठ अधीशाषी अभियंता टाउनशिप ईआरडी सावा ने कहा कि बीबीएमबी प्रशासन की जमीन पर बने मकानों पर कब्जा करने और बिना अनुमति के निर्माण पर कार्रवाई की गई हैं. अधिकारियों द्वारा किए गए कब्जे के मामले की कोई जानकारी नहीं दी गई है. इस संबंध में जांच कर जल्द ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.