कुरुक्षेत्र. हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक कृषि मेले को संबोधित करते हुए कहा कि प्राकृतिक खेती के बारे में जागरूकता पैदा करके किसानों और कृषि की समस्याओं को दूर किया जा सकता है. ग्राम पंचायत रामसरण माजरा की ओर से आयोजित इस मेले में बोलते हुए कहा- “रासायनिक खाद, कीटनाशक वगैरह के इस्तेमाल से जहाँ एक ओर जमीन की उपजाऊ क्षमता पर असर पड़ता है वहीं किसान की लागत भी कई गुना बढ़ जाती है.”
उन्होंने बताया कि इससे किसान के लिए आर्थिक संकट तो पैदा होता ही है, पानी का स्तर नीचे गिरने जैसी कई प्राकृतिक समस्याएं भी जन्म लेती हैं. उन्होंने सवाल करते हुए कहा- “हम अपनी भावी पीदियों को क्या देने जा रहे हैं, बंजर धरती और सूखा?”
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने जीरो लगत वाली प्राकृतिक खेती के फायदों पर चर्चा करते हुए बताया कि दक्षिण भारत के लगभग चालीस लाख किसानों ने इसे अपनाया है और इसके बाद उनके आर्थिक हालात में सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र स्थित गुरूकुल में प्राकृतिक खेती पर 19 मार्च से 24 मार्च 2018 तक छः दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पमदश्री डा. सुभाष पालिकर किसानों को प्राकृतिक खेती पर प्रशिक्षण देंगे. उन्होंने किसानों से इस शिविर में भाग लेने तथा इसका समुचित लाभ प्राप्त करने की अपील की.