नई दिल्ली. पहलगाम के पास बैसरन घाटी में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने कश्मीर घाटी में 87 में से 48 पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है। इस कदम का उद्देश्य चल रहे सुरक्षा अभियानों को सुविधाजनक बनाना और आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
48 पर्यटन स्थलों को बंद करने का फैसला गहन तलाशी अभियान और सुरक्षा समीक्षा के बीच लिया गया है। अधिकारियों ने इन स्थानों की पहचान या तो सक्रिय ऑपरेशन क्षेत्र या संभावित खतरों के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों के रूप में की है। बंदियां अस्थायी हैं और बदलती सुरक्षा स्थिति के आधार पर समीक्षा की जाएगी।
घाटी में कुल 87 डेस्टिनेशन हैं, जिनमें से 48 अब बंद हो चुके हैं।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में गिरावट देखी गई है। श्रीनगर हवाई अड्डे पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई।
जो डेस्टिनेशन बंद कर दिए गए हैं वे हैं, युसमर्ग, तौसमैदान, डूडपथरी, अहरबल, कौसरनाग, बंगस, करिवान डाइवर चंडीगाम, बंगस वैली, वुलर/वाटलब, रामपोरा और राजपोरा, चेरहर, मुंडिज-हमाम-मरकूट झरना, खाम्पू, बोस्निया, विजीटॉप, सूर्य मंदिर, वेरिनाग गार्डन, सिंथन टॉप, मार्गनटॉप, अकाड पार्क, हब्बा खातून पॉइंट, बाबारेशी, रिंगावली, गोगलदारा, बदेरकोटे, श्रुंज झरना, कामनपोस्ट, नामब्लान झरना, इको पार्क खडनियार, संगरवानी, जामिया मस्जिद, बादामवारी, राजोरी कदल, आली कदल, पदशापाल रिसॉर्ट्स, फकीर गुजरी, दारा, अस्तानमार्ग व्यू प्वाइंट, अस्तानमार्ग पैराग्लाइडिंग, ममनेथ और महादेव हिल्स, बौद्ध मठ, दाचीगाम – ट्राउट फार्म / मत्स्य पालन से परे खेत, अस्तानपोरा, खास तौर पर कायम गाह रिसॉर्ट, लछपटरी, हंग पार्क और नारानाग।
अन्य स्थलों को उचित सुरक्षा मुहैया कराई गई है। एक अधिकारी ने बताया कि इनमें से कुछ स्थलों को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है।
अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा गहरा असर
इन पर्यटन स्थलों के बंद होने से स्थानीय अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ने की उम्मीद है, जो पर्यटन पर काफी हद तक निर्भर है। होटल, रेस्तरां और टूर ऑपरेटरों सहित स्थानीय व्यवसायों ने पहले ही रद्दीकरण और आगंतुकों में भारी गिरावट की सूचना दी है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि सामान्य स्थिति बहाल करने और प्रभावित हितधारकों का समर्थन करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं।
पर्यटकों के लिए सलाह
कश्मीर घाटी की यात्रा करने की योजना बना रहे पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे लेटेस्ट ट्रैवल एडवाइस पर अपडेट रहें और सावधानी बरतें। उन्हें सुरक्षा अभियानों वाले क्षेत्रों से बचना चाहिए और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करना चाहिए। वास्तविक समय के अपडेट के लिए, यात्री आधिकारिक सरकारी चैनलों और स्थानीय समाचार आउटलेट का संदर्भ ले सकते हैं।
22 अप्रैल को आतंकवादी ने बैसरन घाटी पर किया था हमला
22 अप्रैल को, एक क्रूर आतंकवादी हमले में 25 भारतीय पर्यटकों और एक नेपाली नागरिक सहित कम से कम 26 नागरिक मारे गए। प्रतिरोध मोर्चा (TRF) ने शुरू में हमले की जिम्मेदारी ली, लेकिन बाद में अपने बयान से मुकर गया। इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा दिया है, जिससे क्षेत्र में कूटनीतिक तनाव और सुरक्षा प्रोटोकॉल बढ़ गए हैं।