करसोग (मंडी). जिला मंडी के उपमंडल करसोग के गांव निहाणी डाकघर भन्थल के तेजराम शर्मा को उत्कृष्ट जैविक खेती के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन से 23 जनवरी 2018 राष्ट्रीय पुरस्कार से दिल्ली में सम्मानित किया गया.
2012 में सुन्दरनगर में जैविक खेती का प्रशिक्षण करने के पश्चात पमंडल क्षेत्र के सैकडों किसानों के प्रेरणा का स्त्रोत बने है. कड़ी मेहनत व लग्न के साथ कार्य करते हुए जैविक खेती से सब्जी उत्पादन कर अच्छी आमदनी कर रहे है. पिछले 6 वर्षो से जैविक खेती करके बहुत कुछ हासिल करने पर अब बाकि किसान भी इनकी सीख लेकर इसे अपना रहे हैं.
कभी रासायनिक खादो व कीटनाशकों द्वारा सब्जी व अनाज का इस्तेमाल करने वाले तेजराम शर्मा अब जैविक खेती अपनाकर मण्डीयों में अच्छे दाम ले रहे है. जैविक खेती करके न केवल नाम कमाया है बल्कि खेती से अच्छी आय प्राप्त कर अन्य किसानों को भी प्रोत्साहित कर रहे है.
सब्जी उत्पादन में बढ़ोतरी हूई
जिस जमीन पर रासायनिक खादों से कीटनाशकों से विपरित असर हो रहा था आज उस जमीन में सुधार हो गया है. उनका कहना है कि जैविक खेती से सब्जी उत्पादन में बढ़ोतरी हूई है. जिसमें कम खर्च में ही हम अपनी फसलों की अच्छी पैदावार ले रहे है. उन्होंने बताया कि जैविक खेती से विदेशी सब्जियों की पैदावार में भी बढ़ोतरी हूई जिसमें ब्रोकली, पारसेली, सैलरी, लीक, आइसवर्ग, सलाद ऐसी कई प्रकार की विदेशी सब्जियों का उत्पादन कर अच्छी कमाई का साधन खेती से तैयार कर रहे है.
पूरे हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन
इसके अलावा तेजराम शर्मा के पास तीन गाय है जिससे जैविक खेती के साथ साथ वर्ष भर दुघ उत्पादन करके भी अच्छे इनकम ले रहे है. दिल्ली में जैविक खेती के लिए जो ईनाम प्राप्त किया वह नार्थ जोन में सिर्फ उनको ही प्राप्त हुआ इससे यह साबित होता है कि न केवल करसोग क्षेत्र के लोगों के लिए गर्व की बात है. तेजराम शर्मा ने पूरे हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन हुआ किया है उनकी इस उपलब्धी पर 26 जनवरी को उपमंडल स्तर पर भी उन्हें सम्मानित किया है.