रांची. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि दीपावली तक झारखंड के हर घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य हमें हर हाल में प्राप्त करना है. बिजली पहुंचाने का लक्ष्य को पूरा करने के लिए वॉर फुट पर काम करना होगा. दो-तीन शिफ्ट में काम करें. जहां जरूरत हो, वहां सुरक्षा प्रदान की जायेगी. जो संवेदक समय से पूर्व काम पूरा करेंगे उन्हें 15 नवंबर को स्थापना दिवस कार्यक्रम में सम्मानित किया जायेगा. उक्त बातें मुख्यमंत्री ने झारखंड मंत्रालय में ऊर्जा विभाग में कार्यरत संवेदकों के साथ कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक में कहीं.
सिमडेगा, दुमका और चाईबासा जिले में संवेदकों को मिलेगी सुरक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि 70 साल से आधे गांवों में बिजली नहीं पहुंची है. जहां परेशानी है, वहां स्थानीय लोगों, ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर आदि की मदद ली जायेगी. उन्होंने जिले के एसपी को इसमें मदद करने के निर्देश देने को कहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिमडेगा, दुमका और चाईबासा जिले में काम कर रहे संवेदक एक सप्ताह में प्लान बनाकर दें कि उन्हें कहां-कहां पुलिस की जरूरत है. रांची समेत शहरी क्षेत्रों में देर रात तक काम करें. मुख्यमंत्री ने अंडरग्राउंड केबलिंग का काम अप्रैल तक पूरा करने को कहा है.
24 लाख घरों में नहीं पहुंची बिजली
बैठक में ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 24 लाख घर हैं, जहां बिजली नहीं पहुंची है. इनमें से 11 लाख घरों तक जून तक बिजली पहुंचा दी जायेगी. बाकी बचे घरों में दिवाली तक बिजली पहुंच जायेगी. राज्य में 362 पावर सबस्टेशन बनाये जाने हैं. इनमें 116 बन चुके हैं. बाकी 246 के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. कृषि के लिए 373 अलग फीडर बनाये जा रहे हैं, जो साल के अंत तक बन कर तैयार हो जायेंगे.
बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार बर्णवाल, ऊर्जा विभाग के सचिव नीतिन मदन कुलकर्णी, झारखंड ऊर्जा वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राहुल पुरवार, झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री निरंजन कुमार समेत बड़ी संख्या में संवेदक मौजूद रहे.