धर्मपुर. हिमाचल किसान सभा पंचायत कमेटी ने सजाओपिपलु पंचायत में 14वें वित आयोग की धनराशि के खर्चे में अनिमतता बरतने का आरोप पंचायत पर लगाया है. पंचायत कमेटी के अध्यक्ष सुबेदार मोहनलाल ने आरटीआई से यह जानकारी पाई है.
मिले जानकारी के मुताबिक सज्याओ वार्ड में अश्वनी के घर तक लिंक रोड, शिवमंदिर भेड़ी, गदोहल में रास्ते का निर्माण, स्याठी में लिंक रोड व बावड़ी का निर्माण, बीडी मिडिल स्कूल के लिए लिंक रोड और कौहन में बाबड़ी के निर्माण में काम करने वाले मजदूरों का पूरा पता नहीं लिखा गया है जबकि नियमानुसार ये लिखा जाना चाहिए.
बिना हस्ताक्षर के हुआ भुगतान
इसके साथ ही कौहन की बावड़ी में काम करने वाले छह मजदूरों के हस्ताक्षरों के बिना ही भुगतान कर दिया गया है. सज्याओ, स्याठी और गदोहल वार्ड में काम करने वाले मजदूर गुलाम हसन, तारिक मलिक, आरिफ हुसैन, इरफान, ताली हुसैन, माजिद अहमद और मन्तजीर इत्यादि स्थानीय मजदूर नहीं है लेकिन इनके पुरे एड्रेस भी मस्टरोल पर दर्ज नहीं है। जिनमें से एक मजदूर के हस्ताक्षर उर्दू में है और शेष सभी के अंग्रेजी में है जो किसी एक ही व्यक्ति द्वारा किये गए प्रतीत होते हैं.
सरिये के लिये नहीं लिये गये निविदाएं
ढुलाई की रसीदों पर प्राप्तकर्ता के हस्ताक्षर नहीं हैं. विकास कार्यों के लिए प्रयोग किये गए सरिये की निविदाएं भी नहीं ली गई हैं. लिंक रोड के लिए प्रयोग की गयी सामग्री के बिल भी नहीं हैं. अम्बेडकर भवन में किये गए रंग रोगन में तथा खर्चे के सत्यापन हेतु बनाई गई कमेटी में भी प्रधान ने अपने कुछ खास सदस्यों को ही शामिल किया है. कुल 28 कार्यों में से 11 काम ही अभी तक पूरे हुए हैं. किसान सभा खण्ड कमेटी अध्यक्ष रंताज राणा, हुक्म शर्मा, कृष्ण देव, कुलदीप, रुप चन्द, मिलाप चंदेल, विधि चन्द ,ओमचन्द,कर्म सिंह, संत राम मनोहर लाल इत्यादि ने इस अनियमितता की जल्दी जांच की मांग की है. इसके साथ ही जिला पार्षद भूपेन्द्र सिंह ने बीडीओ धर्मपुर से इस पंचायत के लिखे-जोखे की तुरन्त जांच करवाने की मांग की है.