जम्मू-कश्मीर. बीते रविवार को जम्मू-कश्मीर के जिला रामबान से अमरनाथ यात्रियों को लेकर चली बस जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से फिसलकर खाई में गिर गई थी. इस हादसे में, बस में बैठे 49 यात्रियों में से 17 की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, 29 लोग घायल हो गए. जब बस हादसे का शिकार हुई तो मदद के लिए घटनास्थल पर सैकड़ों मुस्लिम पहुंचे. सैकड़ों मुसलमानों ने लगभग, एक दर्जन तीर्थ यात्रियों का जीवन बचाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीर्थयात्रियों की मौत पर गहरा दु:ख प्रकट किया और मृतकों के निकट परिजनों के लिए दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है. जेकेएसआरटीसी ने सड़क दुर्घटना की जांच कराने का आदेश दिया है. रक्षा मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने लोगों की मौत होने पर शोक प्रकट किया. अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री सिंह ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा और मुख्यमंत्री मुफ्ती से बात की और हालात का जायजा लिया.
ये अमरनाथ यात्रियों के साथ हुआ दूसरी दुर्घटना है. इससे पहले 10 जुलाई को यात्री बस पर आतंकियों ने हमला किया था. जिसमें 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गयी थी। इसके बाद से पूरे राज्य में सेना और प्रदेश पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है जिसमें आतंकियों की धर-पकड़ हो रही है।