सोलन. पेंशनरों को नज़र अंदाज़ करने पर गुस्साये पेंशनरों ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने उन्हे आज तक आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं दिया है. जिसके चलते प्रदेश के तकरीबन डेढ़ लाख पेंशनरों की उम्मीदों को ठेस पहुंची है.
हिमाचल के मुख्यमंत्री के पास कल तक का समय है. अगर वह पेंशनरों के हितों का ख्याल रख कुछ निर्णय लेते है, तो सभी पेंशनर आने वाले चुनावों में उनका सहयोग करेंगे. अन्यथा उन्हें चुनावों में पेंशनरों के बहिष्कार का सामना करना पड़ सकता है.
इस मामले पर अधिक जानकारी देते हुए संस्था के उपाध्यक्ष जगरनाथ निराला ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में पेंशनरों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था. लेकिन पांच साल पूरे हो रहे हैं और अगले विधानसभा चुनाव सिर पर हैं.
इसके बावजूद कांग्रेस ने उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है. इसलिए अगर कांग्रेस कल तक उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो वह आने वाले चुनावों में कांग्रेस का बहिष्कार करेंगे और जो भी राजनैतिक दल उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन देगा, आगामी चुनावों में उसी का सहयोग किया जायेगा.