नई दिल्ली. कश्मीर की स्वयत्तता का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा. बीते शनिवार को कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कश्मीरियों की स्वयत्तता की मांग की थी. इस मामले पर भले ही कांग्रेस ने अपना पल्ला झाड़ कर पी. चिदंबरम के बयान को उनका निजी विचार बताया हो लेकिन उनका साथ देने मैदान में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला उतर गये हैं.
उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रतिनिधिमंडल की बैठक के बाद कहा कि पी. चिदंबरम के स्वयत्तता के बयान पर सभी निशाना साध रहे और कह रहे कि वो देश को बांटने की बात कर रहे,यह गंभीर मुद्दा है और वो देशद्रोही है. अगर संविधान के तहत रह कर स्वयत्तता की मांग करना गलत और देशद्रोह है ते मैं भी देशद्रोही हूं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला पार्टी के प्रतिनिधिमंडल स्तर के सत्र में मौजूद थे और राज्य के तीनों क्षेत्रों के हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं ने इसमें शिरकत की.
यह मामला में तब का जब गुजरात में पी. चिदंबरम ने कश्मीर मुद्दे पर कहा कि कश्मीर के लोगों को आजादी नहीं बल्कि स्वायत्तता चाहिये. सरकार को कोशिश करनी चाहिये कि उन्हें अधिक से अधिक स्वायत्तता दें. जिसके बीजेपी ने जमकर विरोध किया. स्मृति ईरानी और अरुण जेटली ने कांग्रेस को देश विरोधी बताया.