शिमला. गुड़िया रेप और मर्डर केस में गिरफ्तार शिमला के तत्कालीन एसपी डीडब्ल्यू नेगी को सीबीआई शुक्रवार को दिल्ली ले गई. विशेष अदालत ने 20 नवंबर तक नेगी की रिमांड स्वीकृत की है. इस दौरान उन्हें दिल्ली में ही रखकर पूछताछ की जाएगी.
संतरी के बयान के बाद हुई थी गिरफ्तारी
गुड़िया रेप और मर्डर केस में पुलिस और एसआईटी की लापरवाही सामने आई थी. इस घटन में एक आरोपी सूरज की थाने की लॉकअप में ही मौत हो गई थी. पुलिस अफसरों ने यह बताया कि लॉकअप में बंद दूसरे आरोपी राजू ने सूरज की हत्या की है. हालांकि जांच सीबीआई के पास जाने के बाद थाने के संतरी ने बयान दिया कि थानाध्यक्ष सूरज को अपने साथ कहीं लेकर गए थे और राजू उसके साथ लॉकअप में नहीं था. संतरी के बयान के बाद पुलिस की लापरवाही सामने आई थी और एक-एक कर पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी शुरू हुई.
अफसर और नेता भी जांच के दायरे में
सीबीआई सूत्रों की मानें तो आईजी, एसपी और डीएसपी समेत 9 अफसरों की गिरफ्तारी के बाद कुछ और अफसरों पर भी आंच आ सकती है. सीबीआई घटना के राजनीतिक कनेक्शन को भी खंगाल रही है और कुछ नेता भी कार्रवाई की जद में आ सकते है. नेगी को दिल्ली ले जाने के पीछे भी मकसद यही है कि अन्य आरोपी उनपर किसी तरह का दबाव न बना सकें या किसी भी स्थिति में जांच को प्रभावित न कर सकें.