नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे. अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा भी मौजूद रहे.
दोनों मुख्यमंत्रियों ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
दिल्ली की सेवाओं के नियंत्रण पर केंद्र सरकार के अध्यादेश पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हेमंत सोरेन से लंबी चर्चा हुई. उन्होंने हमें संसद के अंदर और संसद के बाहर पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है. मैं सभी पार्टियों से अनुरोध करता हूं कि जब संसद में ये अध्यादेश आए तब इसका विरोध करें.
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अध्यादेश लाकर केंद्र सरकार ने जनता के साथ धोखा किया है. इसलिए मैं यहा आया हूं और सोरेन सरकार का समर्थन मांगा है. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि वे और उनकी पार्टी हमारा साथ देगी.
मिली जानकारी के अनुसार, केजरीवाल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण को लेकर केंद्र द्वारा लाये गए अध्यादेश के खिलाफ अपनी पार्टी आम आदमी पार्टी की लड़ाई में सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा का समर्थन हासिल करना चाहते हैं.
अभी तक इन लोगों से मिल चुकें हैं केजरीवाल
वहीं बीते दिनों मान और केजरीवाल ने चेन्नई में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से मुलाकात की. इससे पहले केजरीवाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे सहित कई नेताओं से मिल चुके हैं. अध्यादेश को लेकर इन सभी नेताओं ने केजरीवाल का समर्थन करते हुए कहा कि हम राज्यसभा में इसके खिलाफ वोट करेंगे.
जानें मामला क्या है?
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली के अफसरों की पोस्टिंग और तबादले का अधिकार दिल्ली की केजरीवाल सरकार के पास है, इसके बाद केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर इसे पलट दिया और दलील दी कि दिल्ली देश की राजधानी है तो ऐसे में ये बहुत जरूरी है. वहीं अरविंद केजरीवाल को उम्मीद है कि विपक्षी दलों के समर्थन से अध्यादेश राज्यसभा में पास नहीं होगा. केजरीवाल कांग्रेस के समर्थन के लिए भी पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांग चुके हैं.