नई दिल्ली. नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में दोबारा लौटने की बात कही है. अरविंद को 5 जनवरी 2015 को नीति आयोग का उपाध्यक्ष चुना गया था.
कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रह चुके हैं अरविंद
अरविंद नीति आयोग के उपाध्यक्ष बनने से पहले कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे. बताया जा रहा है कि वह पब्लिक सर्विस लीव लेकर आये थे, जो खत्म हो रही है. साथ ही कोलंबिया यूनिवर्सिटी से उन्हें लौटने के लिए कहा जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक कोलंबिया यूनिवर्सिटी से अरविंद पनगढ़िया को पहले भी दो बार वापस लौटने के लिए नोटिस भेजा जा चुका है. अरविंद कोलंबिया यूनिवर्सिटी में इंडियन पॉलिटिकल इकोनॉमी पढ़ाते थे. प्रोफेसर बनने से पहले वह एशियाई विकास बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री रहे हैं. इसके अलावा वह वर्ल्ड बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व व्यापार संगठन और अंकटाड में भी काम कर चुके हैं. उन्होंने प्रतिष्ठित प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री ली है.
मार्च 2012 में अरविंद पनगढ़िया को पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मनित किया गया था .पनगढ़िया कई किताबों के लेखक हैं. भारत की अर्थव्यवस्था पर लिखी उनकी किताब ‘इंडिया द इमरजिंग जाइंट’ को द इकनॉमिस्ट पत्रिका ने सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली किताब में शामिल किया है.