ऊना. कांगड़ा बैंक की कॉलेज ब्रांच पर लाखों के घोटाले का आरोप लगा है. इस बैंक की शाखा का विवादों से नाता कोई नई बात नहीं है. कुछ महीने पहले ही कॉलेज ब्रांच में खाता खुलवाने के नाम पर 21 लाख रुपये का लोन जारी करने के मामले में बहुत हंगमा हुआ था. अब ये नया मामला सामने आ गया.
गंभीर है मामला
बैंक प्रबंधन पर आरोप लगे हैं कि हिमाचल पुलिस से रिटायर्ड पुलिस अधीक्षक की पत्नी के जाली हस्ताक्षर कर उनके लोन अकाउंट से पैसे निकाल कर हैल्थ बीमा कर दिया गया. जब उपभोक्ता ने इस बारे में आपत्ति दर्ज करवाई तो बीमा रद्द करके राशि को एकाउंट में जमा करवा दिया. मामले की गंभीरता का इसी बात से पता चलता है कि जब उपभोक्ता ने किसी बीमा पॉलिसी पर हस्ताक्षर ही नहीं किये तो हेल्थ बीमा हुआ कैसे. बिना हस्ताक्षर रद्द भी कैसे हो गया.
महिला ने बैंक प्रबंधन पर बड़े स्तर का घोटाला करने के आरोप लगाये हैं. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि हैल्थ बीमा मेरे अलावा अन्य उपभोक्ताओं का भी किया गया है, जिनसे उपभोक्ता बेखबर हैं. इस संबंध में कांगड़ा बैंक प्रबंधन के साथ ही स्टेट विजीलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो को भी शिकायत की है.
कांगड़ा बैंक की कॉलेज ब्रांच के तत्कालीन मैनेजर कमलजीत की माने तो अक्सर बैंक द्वारा उपभोक्ता की अनुमति से ही बीमा पॉलिसी की जाती है. मैनेजर साहिब भी मानते है कि मामले में अनुमति ना ली हो तो सवाल खड़े होते हैं कि बिना अनुमति और हस्ताक्षर बीमा कैसे हुए और रद्द कैसे हुआ।