बिलासपुर(घुमारवीं). शिमला-धर्मशाला सड़क विस्तारीकरण का कार्य लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है. न केवल घुमारवीं शहर बल्कि आसपास के इलाकों के लोगों के लिए भी सड़क पर पैदल चलना जान हथेली पर रखकर चलने के समान हो गया है. सड़क विस्तारीकरण के चलते आईपीएच विभाग की टूटी-फूटी पाइप से हो रहे जल रीसाव ने लोगों की समस्या में और इजाफा कर दिया है.
पैदल चलना जानलेवा साबित हो रहा
स्थानीय लोगों की मानें तो आईपीएच विभाग भी कई बार शिकायत करने के बाद कुंभकर्णी नींद से नहीं जाग रहा है. जिसके चलते ना केवल पैदल चलना जानलेवा साबित हो रहा है बल्कि दो पहिया के फिसलने का सिलसिला भी थम नहीं रहा है. परंतु आईपीएच विभाग इस और कितना सजग है इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि पानी के पाइप का एक हिस्सा करीब तीन दिन से टूटा पड़ा है. आईपीएच विभाग इस ओर कोई ठोस कदम उठाने में नाकामयाब रहा है.
हैरान करने वाला जवाब
हैरानी की बात तो यह है कि जब इस बारे अधिशांसी अभियंता आईपीएच अरविंद सूद से जानना चाहा तो उनका जवाब भी कम हैरान करने वाला था. उन्होंने कहा कि यह एक छोटी समस्या है तथा इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. इस बारे में एसडीओ आईपीएच ही सही जानकारी उपलब्ध करा सकता है.
ये दिक्कत है
उधर जब इस बारे में आईपीएच के सहायक अभियंता एल.आर. शर्मा से जानना चाहा तो उन्होंने कहा यह कार्य ठेकेदार के अधीन है. सड़क विस्तारीकरण के चलते इस मुख्य पाइप पर लगा पानी को नियंत्रित करने वाला कंट्रोलर टूट गया है. नया कंट्रोलर उपलब्ध कराने के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि यह व्हील यहां नहीं मिल पाने के कारण बाहर से मंगवाया गया है. जैसे ही उपलब्ध होगा तो पानी की व्यवस्था सुचारू कर दी जाएगी.