मंडी(धर्मपुर). राजनेताओं और अफसरशाही की लापरवाही के चलते स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी धर्मपुर क्षेत्र में नए आवास बनने का एक दशक से इंतजार कर रहे हैं. पूर्व भाजपा सरकार ने डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए आवासीय भवनों के आधा दर्जन शिलान्यास कर डाले थे. इन शिलान्यास के एक दशक बीत जाने बाद भी निर्माण के नाम पर एक भी ईंट तक नहीं लग पाई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग भवन निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग को लाखों रुपये टोकन बजट की किस्त भी वर्षों पहले जमा करवा दी है. लेकिन यह भवन बनाए कहां जाने हैं, इसके लिए आज तक इसकी साइट स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध नहीं करवा सकी है.
निर्माण सिर्फ शिलान्यास तक ही सीमित
8 अगस्त 2009 को सांसद अनुराग ठाकुर ओर पूर्व परिवहन मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने अपने विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर में नागरिक अस्पताल संधोल के आवासीय परिसर का शिलान्यास किया था. लेकिन आज तक यह निर्माण सिर्फ शिलान्यास तक ही सीमित है. इसी तरह सज्याओ पीपलू, स्योह, डरवाड, चोल्थरा और मंडप में भी महेंद्र सिंह ने इनके शिलान्यास किए थे. वर्षों बाद भी इन स्वास्थ्य केंद्रों के भवनों के निर्माण शिलान्यास बाद भी शुरू नहीं हो सके हैं.

कांग्रेस और भाजपा का आरोप-प्रत्यारोप
कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रशेखर ने कहा कि तीन दशक तक धर्मपुर की जनता को ऐसे ही झूठे शिलान्यास करके महेंद्र सिंह ने ठगा है. वहीं धर्मपुर से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार बदलने के बाद कांग्रेस ने इन कार्यों को लटकाए रखा. अब भाजपा सत्ता में आ रही है, युद्ध स्तर पर सभी भवनों के निर्माण पूरे करवा दिए जाएंगे.
लोकनिर्माण विभाग की दलील
धर्मपुर के लोक निर्माण विभाग अधिकारी प्रमोद कश्यप ने कहा कि मंडप, डरवाड, स्योह, सज्जयाओ पीपलू, स्वास्थ्य केंद्र के आवासीय भवनों को लेकर टोकन बजट मिला है. मेडिकल विभाग ने इनके लिए आज तक साइट फाइनल नहीं की है. जो साइट दी गई है वह विजिबल नहीं है. संधोल स्वास्थ्य केंद्र आवासीय भवन को लेकर तीन बार टेंडर जारी किए थे. सिंगल टेंडर आने के बाद काम रोका गया है. संधोल बीएमओ के डॉक्टर रमेश ने कहा कि तमाम भवनों के कागज लोक निर्माण विभाग को सौंप दिए हैं. उनका कहना है साइट विजिबिल्टी को लेकर जो भी आपत्तियां हैं उन्हें जल्द दूर किया जा रहा है.