नई दिल्ली. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि भाजपा एक मध्यमार्गी पार्टी है न कि दक्षिणपंथी. रविवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेटली ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवानी का नाम लेते हुए कहा कि वे भाजपा को ‘डेस्टिंक्ट आयडोलॉजिकल पोल’ कहा करते थे.
उन्होंने कहा कि भाजपा ‘सेंट्रीस्ट’ यानी मध्यमार्गी पार्टी है न कि राइटिस्ट यानी दक्षिणपंथी; केन्द्र में भाजपा की सरकार है इसलिए हमारे लिये जरूरी है कि हम अपनी मध्य नजर रखें. उन्होंने कहा कि सुरक्षा, आर्थिक निर्णय के साथ-साथ सामाजिक मसलों पर हमारी नीतियों में मध्यमार्गी नजरिया है. इसे भारत सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में देखा जा सकता है.
उन्होंने कहा कि धुर दक्षिणपंथी और धुर वामपंथी हिंसक घटनाओंं में शामिल रहे हैं. उन्होंने जेएनयू का नाम लिया और कहा कि हाल में वहां धुर वामपंथी संगठन मजबूत हो गए थे.
भाजपा दक्षिणपंथी पार्टी मानी जाती रही है. अरुण जेटली का यह बयान हाल की विधानसभा चुनावों और 2019 में होने वाली लोकसभा चुनावों के मद्देनजर महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी गौरक्षकों की हिंसा पर कड़ी आपत्ति जतायी थी.
भारतीय राजनीति सहित दुनिया भर में राजनीति की वामपंथी और दक्षिणपंथी धाराएं देखने को मिलती हैं. वहीं इन दोनों के मिले-जुले रूप को मध्यमार्गी पार्टी माना जाता है. कांग्रेस को मध्यमार्गी माना जाता है.