चंबा. पांच विधानसभा क्षेत्रों से भाजपा के योद्धाओं की अनौपचारिक घोषणा के बाद जिला चंबा में चुप्पी छा गई है. इस बीच पांच विधानसभा क्षेत्रों से टिकट की दौड़ में शामिल रहे नेता भी भूमिगत हो गए हैं और इनकी निगाहें कांग्रेस के टिकट आवंटन पर टिक गई हैं. अलबत्ता इतना तो तय है कि टिकट की दौड़ से बाहर हुए नेता विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए खतरे की घंटी बन सकते हैं.
वैसे तो भाजपा हाईकमान ने शनिवार देर रात को आधिकारिक तौर पर जिला चंबा के पांच हलकों से अपने प्रत्याशियों की घोषणा तो नही की है लेकिन सूत्रों की माने तो पांचो विधानसभा क्षेत्र के संभावित प्रत्यशियों द्वारा टिकट के लिए कयास लगाए जा रहे हैं. जिसके तहत चुराह विस क्षेत्र से हंसराज, डलहौजी से डीएस ठाकुर, भटियात से विक्रम जरयाल और चंबा सदर से पवन नैयर शामिल हैं. अहम है कि इन पांच विस क्षेत्र में उम्मीदवारों की अनौपचारिक घोषणा के बाद अभी तक पूरी तरह से चुप्पी का माहौल है, जिसके चलते टिकट हासिल करने की दौड़ से बाहर हुए नेताओं का आगामी क्या रुख होगा, इस पर भी अभी तक कुछ स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता है.
फिलवक्त इतना तो तय है कि टिकट आवंटन के मामले पर अब तक फैली चुप्पी कांग्रेस के योद्धा तय होने के बाद टूटेगी. रविवार को जिला मुख्यालय के विस क्षेत्र सदर समेत अन्य हलकों में टिकट आवंटन को लेकर किसी भी नेता व संगठन का कोई बयान नहीं आया है, जिसके चलते राजनीतिक गलियारों में भी तरह-तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है.
खासकर जिला के चंबा से भाजपा पार्टी द्वारा कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी पवन नैयर को उतारने को लेकर रविवार को दिन भर शहर में चर्चाएं जारी रहीं. उधर, टिकट आवंटन के मामले को लेकर टिकट की दौड़ से बाहर हुए नेताओं का इतना तक कहना है कि उनका आगामी क्या कदम रहेगा, इस पर निर्णय कार्यकर्ताओं के साथ मंथन करने पर ही लेंगे. इस बीच चंबा सदर विस क्षेत्र से बगावत की चिंगारी सुलगने की चर्चाएं भी दिन भर शहर में रहीं.