शिमला. ठियोग के देहा क्षेत्र में एक बच्चे द्वारा ब्लू व्हेल गेम खेलने के पश्चात आत्महत्या करने का मामला तथ्यों पर आधारित नहीं है. यह बात शिमला के उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने इस मामले के तथ्यों की जानकारी प्राप्त करने के बाद आज यहां कही. उपायुक्त ने बच्चे के पिता से दूरभाष पर बात की है. इसके साथ ही तहसीलदार, देहा भी बच्चे के परिवार से मिल चुके हैं.
बच्चे द्वारा तथाकथित आत्महत्या ब्लू व्हेल गेम खेलने के पश्चात की गई, इसका पुष्ट प्रमाण नहीं है. बच्चे के पिता ने बताया कि उसने मोबाइल पर गेम खेले होंगे, लेकिन ब्लू व्हेल गेम के बारे में कुछ वह नहीं बता सकते. उपायुक्त 15 सितम्बर को बच्चे के अभिभावक से खुद भेंट करेंगे.
जिला प्रशासन ने स्कूल और अभिभावकों से आग्रह किया है कि वह बच्चों में डिप्रेशन या अकेलेपन के लक्षणों को पहचानें और समयबद्ध उचित कदम उठायें. जिला प्रशासन द्वारा उपायुक्त कार्यालय परिसर में बाल परामर्श केंद्र खोला गया है, ताकि डिप्रेशन या अन्य तनाव से प्रभावित बच्चों की काउंसलिंग की जा सके. यदि बच्चों में किसी कारणवश तनाव या डिप्रेशन के लक्षण हों तो प्रशासन द्वारा इस संबंध में हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा.