नई दिल्ली. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन पहुंचे हुए हैं. वहां सम्मेलन के दोनों ही दिन पीएम ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया. हालांकि चीन ने सम्मेलन शुरू होने से पहले ही कह दिया था कि पकिस्तान के आतंकवाद से सम्बंधित कोई चर्चा नहीं होगी. लेकिन मोदी जी के सामने किसी की नहीं चली और वह आतंकवाद के मुद्दे पर बराबर बात करते रहे.
बता दें कि मंगलवार को ब्रिक्स सम्मेलन में बिजनेस काउंसिल को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बढ़ते आतंकवाद के खिलाफ सभी देशों को एक साथ होकर लड़ना होगा. आतंकवाद से लड़ने के लिए हम सभी को एक साथ मिलकर नए कदम उठाना होगा.उन्होंने यहाँ पर सबका साथ सबका विकास की भी बात की. उन्होने कहाकि हमें आतंकवाद, आपदा प्रबंधन और साइबर सुरक्षा के लिये लड़ने के लिए तैयार होना होगा.
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आतंकवाद की चर्चा ब्रिक्स श्यामेन 2017 के घोषणापत्र में भी हुई. साथ ही घोषणा पत्र में लश्कर-ए-तयैबा सहित 10 आतंकी गुटों के बारे में बात हुई.
क्या है घोषणापत्र में
9वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंतकवाद का मुद्दा उठाया. घोषणा पत्र के 48वें पैराग्राफ में बढ़ते आतंकवाद पर कड़ी चिंता जताई. बताते चलें कि घोषणापत्र में लिखा गया है कि आतंकवाद किसी तरह से स्वीकारा नहीं जायेगा. सभी ब्रिक्स देश आतंकवाद के खिलाफ एक होकर लड़ेंगे. वहीं मोदी जी आज म्यांमार के तीन दिवसीय दौरे के लिए रवाना हो जायेंगे.