मुंबई के घाटकोपर इलाके में चार मंजिला जर्जर इमारत ढहने से 17 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 28 लोगों को मलबे के अंदर से जिंदा निकाला गया है. जिनमें से कुछ लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. अभी कुछ और लोगों के मलबे में दबे रहने की संभावना है. जिन्हें निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. बचाव कार्य के दौरान 15 घंटे से मलबे के नीचे दबे एक शख्स को जिंदा निकाला गया.
पुलिस ने हादसे के मुख्य आरोपी सुनील शिताप को गिरफ्तार कर लिया है. उस पर आरोप है कि वह इस बिल्डिंग में अवैध निर्माण करा रहा था। मामले की तह तक पहुँचने के लिए पुलिस जाँच में जुट गई है.
घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि हादसे से प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जायेगी और दोषियों के खिलाफ सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी.
मालूम हो कि इस इमारत में लगभग 12 परिवार रह रहे थे। इसके निचले तल्ले पर एक अस्पताल भी चल रहा था जो शिवसेना के स्थानीय नेता का था। इसी तल्ले पर मरम्मत का काम हो रहा था। यह इमारत बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा चिन्हित खतरनाक इमारतों की सूची में शामिल थी और छह महीने पहले ही इसे खाली करने का नोटिस जारी किया गया था.