शिमला. गुड़िया न्याय मंच ने निर्णय लिया है कि गुड़िया को न्याय दिलवाने के लिए 21 नवम्बर को सीबीआई ऑफिस शिमला का घेराव किया जाएगा. मंच के सह संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा है कि गुड़िया को न्याय दिलवाने के लिए संघर्ष तेज किया जाएगा. उन्होंने शिमला शहर की सभी सामाजिक संस्थाओं से आह्वान किया है कि वह गुड़िया न्याय मंच से जुड़कर इस लड़ाई को तेज करने के लिए आगे आएं.
दरिंदे आज भी सरेआम घूम रहे हैं
विजेंद्र मेहरा ने कहा है कि प्रदेश की पुलिस के बाद अब सीबीआई की कार्रवाई भी संतोषजनक नहीं है. साढ़े चार महीने बीतने के बावजूद भी गुड़िया के कातिलों व बलात्कारियों का कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस और सीबीआई की संवेदनहीन व लचर कार्यप्रणाली के कारण इस मसले में कोर्ट में आज तक चालान पेश नहीं हो पाया है. गुड़िया के दरिंदे आज भी सरेआम घूम रहे हैं.
‘सीबीआई से उठ रहा है जनता का विश्वास’
विजेंद्र मेहरा ने आरोप लगाया कि सीबीआई की ज्यादातर कार्रवाई क्राइम स्पॉट के बजाए शिमला से चलती रही है. जनता का विश्वास धीरे-धीरे सीबीआई से उठ रहा है. सीबीआई इस दिशा में कुछ भी ठोस नहीं कर पाई है. सीबीआई कि कार्यप्रणाली एक कठपुतली जैसी ही प्रतीत हो रही है व मात्र एक औपचारिकता बन कर रह गयी है.
उन्होंने कहा कि गुड़िया के कातिलों को बचाने के लिए राजनेताओं,अफसरशाही व अमीरों की तिकड़ी काम कर रही है तथा विभिन जांच एजेंसियां भी उनके रुतबे व रसूख से प्रभावित रही हैं. इसका सबसे जीता जागता उदाहरण पुलिस हिरासत में सूरज का मर्डर है.
उन्होंने सीबीआई को चेताया है कि अगर शीघ्र ही गुड़िया मसले पर कुछ न हुआ तो गुड़िया न्याय मंच सड़कों पर उतर आएगा व एक जबरदस्त आंदोलन किया जाएगा. आंदोलन सड़कों से होता हुआ विधान सभा व प्रदेश सरकार सचिवालय भी पहुंचेगा.