चंबा. जिला में अवैध खनन का कारोबार फैलता ही जा रहा है. प्रशासन द्वारा कई बार इन अवैध खनन वालों के चालान भी किए जाते हैं. इसके बावजूद भी यह कारोबार फलता-फूलता जा रहा है. रावी नदी हो या साल नदी इनके किनारे पर अक्सर ट्रैक्टर अवैध रूप से रेत और पत्थर निकालते साफ तौर पर देखे जा सकते हैं. साल नदी किनारे हो रहे अवैध खनन की शिकायत लेकर साल घाटी युवा संगठन के लोग प्रशासन के पास पहुंचे. उनकी शिकायत है की साल नदी के किनारे पर जो अवैध रूप से खनन किया जा रहा है. उससे वहां के प्राचीन मंदिर को भी खतरा बना हुआ है.
नदी के किनारे पर जहां पर अवैध रूप से खनन किया जा रहा है वहां पर एक टापू पर छोटा सा एक प्राकृतिक शिवलिंग है. यहां हर साल पवित्र मणिमहेश यात्रा के दौरान लोग नदी में स्नान करते हैं, इसीलिए यहां का भी धार्मिक महत्व बहुत है. इस अवैध खनन की वजह से उस शिवलिंग को भी खतरा हो गया है. साल घाटी युवा संगठन के स्थानीय लोगों ने प्रशासन के ध्यान में यह बात लाते हुए कहा कि शाल नदी के किनारे जहां पर मणिमहेश यात्रा के समय लोग यहां पर भी स्नान करते हैं. वहां पर जो प्राचीन मंदिर है उस पर भी खतरा बना हुआ है. उन्होंने इस अवैध खनन को रोकने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई और इस मंदिर के अस्तित्व को बचाने के लिए कार्रवाई करने की मांग की है.