शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने आज अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के अवसर पर ओक ओवर, शिमला से एक पर्यावरण जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. रैली में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर, संजौली और शिमला पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों के साथ-साथ शिमला नगर निगम के स्वयंसेवकों ने भाग लिया. रैली में साइकिल सवार भी शामिल हुए.
CM ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रतिभागियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई. इस मौके पर मीडिया से अनौपचारिक बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में महत्वाकांक्षी प्रयास किए हैं. उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है. राज्य में युवाओं की पर्यावरण संरक्षण में भागीदारी बढ़ाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं.
स्कूल की किताब में पर्यावरण को किया जाएगा शामिल
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि हाइड्रोपावर, सोलर और पवन ऊर्जा की ओर बढ़ेंगे. उन्होंने कहा स्कूल की किताब में पर्यावरण और हिमाचल की संस्कृति का शामिल किया जाएगा. सुक्खू ने यह भी कहा कि हिमाचल में आने वाले समय में सिर्फ पर्यावरण से संबंधित उद्योग ही लगेंगे. काज़ा में सौर ऊर्जा को स्थापित करेंगे.
प्रदेश में पर्यावरण के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रीन बजट प्रस्तुत किया है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन दिशा में विभिन्न प्रावधान किए गए हैं.
इस अवसर पर ये सभी उपस्थित रहे
विधायक हरीश जनारथा, केवल सिंह पठानिया, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, उप-महापौर उमा कौशल, पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक ललित जैन और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे.