बिलासपुर. घुमारवीं उपमंडल की ग्राम पंचायत फटोह के गांव में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पनोह में पानी का संकट गहरा गया है. यहां तक कि बच्चों को अपने दोपहर का खाना खाने के बाद बर्तन धोने के लिए स्कूल से बाहर सड़क पर जाना पड़ता है.
बताते चलें कि उस सड़क पर हर समय भारी वाहनों का आना जाना लगा रहता है. क्योंकि स्कूल गेट के बाहर ही फोरलेन सड़क निर्माण का कार्य शुरू है. ऐसे में यहां बड़े बड़े हाईवे व भारी भरकम ट्रकों का आना जाना लगा रहता है. ऐसे में जब काफी बच्चे वहां गेट के बाहर लगे हैंडपंप के पास अपने बर्तन साफ करने आते हैं, तो बच्चों के अभिभावकों को डर लगा रहता है. कही किसी तरह की अनहोनी घटना न घाट जाए.
बता दें कि फोरलेन सड़क निर्माण के चलते स्कूल में जिस पाइप से पानी की आपूर्ति की जाती है, वह पूरी तरह से तहस-नहस हो गई है. स्कूल में लगा हैंडपंप भी कम पानी होने के चलते बन्द ही रहता है. उससे जो पानी निकलता है, वह बहुत ही कम होता है. ऐसे में बच्चों को पीने के पानी की समस्या से तो दो चार होना ही पड़ता है. बर्तन साफ करने के लिए भी उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ता है. अगर शौचालय जाने की बात की जाए उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
स्कूल प्रबंधन समिति प्रधान बेसरिया राम संधू ने बताया कि कई बार फोरलेन अधिकारियों व कर्मचारियों को इस समस्या से अवगत करवाया गया. परंतु किसी भी कर्मचारी व अधिकारी ने पानी की आपूर्ति सुचारू करने की जरूरत नहीं समझी. उन्होंने फोरलेन अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि फोरलेन सड़क निर्माण के अधिकारी इसी तरह से समस्या में इजाफा करते रहे तथा स्कूली बच्चों को समय रहते पानी मुहैया नहीं करवाया तो इस मामले में उपायुक्त बिलासपुर से मिलेंगे. यदि जरूरी हुआ तो बच्चों के अभिभावकों को साथ लेकर फोरलेन कर्मचारियों व अधिकारियों के विरुद्ध धरना प्रदर्शन भी करने को मजबूर होंगे.
उधर फोरलेन कर्मचारी मनीष कुमार ने बताया कि स्कूल को नियमित पानी भेजा जा रहा है. फिर भी यदि पानी की सप्लाई में कोई कमी पाई जाती है तो, वह शीघ्र ही स्कूल प्रशासन से मिलकर समस्या को सुलझा लेंगे.