हमीरपुर. कहते हैं कि मुसीबत के समय व्यक्ति की पहचान होती है. 6 अगस्त को जब कलोहा में बादल फटा, तो हमीरपुर के ‘हिम अकादमी पब्लिक स्कूल’ के छात्रों ने जिस साहस का परिचय दिया है, वो काबिले तारीफ है. इसके लिए देहरा के एसडीएम मुलक राज ने एनएसएस टीम का आभार जताया. उन्होंने कहा कि इन बच्चों के प्रयास से बहुत हद तक लोगों को राहत मिली है.
राष्ट्रीय स्वयं सेवकों के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने एनएनएस (NSS) के मूल मंत्र को सार्थक कर दिया है. हमीरपुर के हिम अकादमी पब्लिक स्कूल के दो सौ एनएसएस स्वयं सेवकों ने इस राहत कार्य में अपना योगदान दिया. इन बच्चों ने रक्कड के कलोहा में बादल फटने से प्रभावित गांव का दौरा किया. इसके साथ ही दिन भर लोगों की मदद की.
छात्रों ने श्रमदान करके करीब दस घरों का मलबा हटाया. साथ ही गांव के लोगों का हौसला भी बढाया. देहरा के एसडीएम मुलक राज ने एनएसएस टीम का आभार जताया और कहा कि इस तरह बच्चों के काम करने से कुछ हद तक लोगों को राहत मिली है.
आपको बता दें कि 6 अगस्त, रविवार की सुबह कलोहा के पास, जंगल में बादल फटने से काफी तबाही मची थी. 2 घंटे तक लगातार आसमानी बिजली व गर्जना के साथ तेज बारिश होती रही. इसके बाद चारों ओर गाद व मलबा मलबा इकट्ठा हो गया था. इस विकट परिस्थिति में एनएसएस के बहादुर बच्चों ने गांव वालों की मदद की थी.