नई दिल्ली. डोकलाम विवाद के बाद भारत और चीन के बीच तनाव बरक़रार है. चीनी मीडिया हर वक़्त भारत सरकार को आँख दिखाकर युद्ध की धमकी दे रहा है. चीन के अख़बार चाईनीज डेली ने एक बार फिर से धमकी दी है कि पीएम मोदी 1962 के नेहरुवाली गलती को न दोहराएं. वहीं अख़बार ने कहा कि भारत और चीन के बीच युद्ध का काउंटडाउन शुरु हो गया है. अख़बार ने अपने सम्पादकीय में लिखा कि अगर भारत अपनी सेना को पीछे नहीं करता है तो उसके पास अपने -आप को कोसने के अलावा कुछ नहीं होगा.
दूसरी तरफ रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि भारत ने 1962 के युद्ध से सबक लिया है और देश की सेना किसी भी हालात से निपटने में सक्षम है. वहीं उन्होंने से चीन से सम्बंधित मुद्दों का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया.
डोकलाम में चल रहे गतिरोध के बाद भारत ने सिक्किम के साथ उत्तराखंड और कश्मीर के लिए अतिरिक्त सेनाबल तैनात करने की सूचना है. देश में चल रहे इस गतिरोध के बाद रक्षा मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय से रक्षा बजट बढ़ाने की बात कही है. रक्षा मंत्रालय ने अतिरिक्त 20 हजार करोड़ रूपये के बजट की मांग की है.
इंडियन एक्सप्रेस में छपे एक खबर के मुताबिक डोलम पठार से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने करीब 90 तंबू गाड़ दिए हैं, जिसमें 800 से अधिक सैनिक होने के अनुमान है.
यह मामला गंभीर नहीं
भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद को लेकर तिब्बती गुरु दलाई लामा ने कहा है कि यह कोई गंभीर मामला नहीं है. वहीं उन्होंने हिंदी चीनी भाई-भाई के नारे को दोहराया और कहा कि दोनों देशों को साथ –साथ रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या को बातचीत से सुलझाना चाहिए.