नई दिल्ली. भारत का चीन के साथ तनाव बना हुआ है. चीन की सेना अपने स्थापना दिवस पर सैन्य परेड नहीं करके सैन्य अभ्यास करने का निर्णय लिया है. यह सैन्य अभ्यास चीन का अबतक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास होगा. इसमें चीन के राष्ट्रपति शि चिनपिंग भी शामिल हो रहे हैं. पिछले साल चीन ने अपने स्थापना दिवस पर सबसे बड़े परेड का आयोजन किया था.
‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ के अनुसार चिनपिंग के आदेश पर इस सैन्य परेड को सैन्य अभ्यास में बदला गया है. एक अखबार के मुताबिक युद्धक विमान जे-20 इस युध्द में शामिल हो सकता है. जिसे हाल ही में चीन की सेना में शामिल किया गया है.
माना जा रहा है कि अपने अत्याधुनिक हथियारों के साथ चीन की सेना अभ्यास करेगी. इसे युध्द की धमकी के तौर पर देखा जा रहा है. पिछले दिनों चीन की रक्षा मंत्रालय ने भारत को सीमा से अपने सैनिक हटाने के लिए कहा था. मंत्रालय ने कहा था कि पूरे क्षेत्र की शांति, सीमा-शांति पर निर्भर करती है.
1 अगस्त 1927 को तत्कालीन कम्युनिस्ट नेता माओ जीडांग ने चीन की सेना, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का गठन किया था. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) दुनिया की सबसे बड़ी सेना है. इसके अध्यक्ष चीन के राष्ट्रपति होते हैं.