शिमला(चौपाल). वन विश्राम गृह में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान ने हिमालयी क्षेत्र में औषधीय एवं सुगन्धित पौधों की पहचान, पारम्परिक उपयोग और कृषिकरण पर जोर दिया गया.
इस शिविर की अध्यक्षता बतौर मुख्य अतिथि डीएफ ओ अश्वनी कुमार वर्मा ने की. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदेश में वन विभाग से वित्तीय सहायता प्राप्त औषधीय पौधों की परियोजना के अंतर्गत किया गया. प्रशिक्षण में लगभग 40 प्रशिक्षार्थियों ने भाग लिया. जिसमें वनमंडल चौपाल के फील्ड स्टाफ और स्थानीय किसानों ने हिस्सा लिया.
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य चौपाल वन मंडल के औषधीय पौधो की पहचान, पारंपरिक उपयोग, व्यवसाय, कृषि तथा इनकी नर्सरी तकनीक के बारे में लोगो को जागरूक करना था. वैज्ञानिक डॉ. अश्वनी शर्मा, डॉ.संदीप शर्मा, डॉ.वनीत जिस्टु, डॉ.जोगिंदर चौहान ने शिविर में विस्तृत जानकारी दी. इस मौके केन शर्मा, प्रेम मेहता, योगेंद्र मेहता, रोशन शर्मा, विपन शर्मा, सुमन संतोषी, राजेश शर्मा, भागमल शर्मा आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे.
उधर चौपाल वन मंडल के अंतर्गत सराहा में भी शिविर लगाया गया जिस में स्थानीय किसानों और वनविभाग के कर्मचारियों ने भाग ले कर औषधीय पौधों की पहचान और कृषि की विस्तृत जानकारी हासिल की. शिविर में गोरवा, झवाड़ी, सरकली, कनोलडा, और सराह के किसानों ने विशेष रूप से भाग लिया और जानकारी हासिल की.