शिमला. शिमला एयरपोर्ट पर मंगलवार को अचानक ही एयरपोर्ट पर आतंकवादियों के घुसने की सूचना मिलते ही खलबली मच गई। ठीक 11 बजे आतंकी घटना की सूचना मिलते ही तुरंत सीआईएसएफ और हिमाचल पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया। आतंकियों की तलाश की जाने लगी। तभी अचानक गोलियां बरसने लगी। काउंटर अटैक में दोनों तरफ गोलियां बरसने लगी।
हर हालात से निपटने में निपुण जवानों ने पलक झपकते ही दो आतंकियों को धर दबोचा। एक टीम ने उनसे कड़ी पूछताछ की तो दूसरी टीम ने पूरे एयरपोर्ट पर तलाशी अभियान छेड़ दिया कि कहीं और आतंकी तो एयरपोर्ट में नहीं छुपे हैं।
तकरीबन आधा घंटा तक यह सर्च ऑपरेशन जारी रहा। तभी बंदूक की नोक पर घुटने टेक कर जवानों की गिरफ्त में बैठे आतंकवादी उठे और सभी जवानों ने कार्रवाई पूर्ण होते ही एक साथ तालियां बजाई। सारा माजरा तब जाकर समझ आया।
जी हां यह कोई आतंकी घटना नहीं थी बल्कि श्रीनगर में एयरपोर्ट के समीप बीएसएफ कैम्प पर हुए आतंकी हमले के बाद शिमला एयरपोर्ट पर मॉक ड्रिल का नजारा था। देश भर के सभी एयरपोर्ट पर सुरक्षा के इन्तजामों को पुख्ता रखने के मकसद से एडीजी एयरपोर्ट सेक्टर सीआईएसएफ की ओर से सभी को मॉक ड्रिल करवाने के निर्देश जारी हुए थे।
डायरेक्टर शिमला एयरपोर्ट सुनील मगीरवार ने कहा कि CISF और पुलिस के जवानों ने संयुक्त रूप से यह मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक पूर्ण की। इसका मकसद भविष्य में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जवानों को मुस्तैद रखना है।