नई दिल्ली: संसद भवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब CISF को दी गई है. इससे पहले दिल्ली पुलिस इस जिम्मेदारी को निभा रही थी. 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई सेंध के बाद यह बड़ा फैसला लिया गया है. संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब CISF को देने का फैसला जांच कमेटी की सिफारिश के बाद लिया गया है.
CISF सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने से पहले संसद भवन परिसर का सर्वे भी करेगी. गृह मंत्रालय ने CISF से संसद भवन परिसर का सर्वे करने के लिए कहा है.
गौरतलब है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. उनसे पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने कई चौकाने वाले खुलासे हुए थे. पुलिस के अनुसार सुरक्षा में सेंध का मास्टरमाइंड ललित झा था. उसी ने अपने सभी साथियों के साथ मिलकर संसद के अंदर और बाहर हंगामा करने और सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने की योजना बनाई थी.
PM ने भी इस घटना की आलोचना की थी
पीएम मोदी ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक के सवाल पर कहा था कि ये घटना दुखद है, क्योंकि ऐसी घटना हमारे देश की छवि को प्रभावित करती है. साथ ही ये घटना चिंताजनक भी है. घटना की गहराई में जाना जरूरी है. ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर इस घटना के पीछे की असल वजह क्या है? आरोपियों के मंसूबे क्या हैं? इसके बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी.