मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने गृह क्षेत्र सिराज में पहुंचे जयराम ठाकुर का लोगों ने जारेदार स्वागत किया. फूल-मालाओं और ढोल-नगाड़ों के बीच कार्यकर्ताओं के जोश का मंजर देखते ही बनता था. कहीं उनके ऊपर फूलों की बारिश की गई तो कहीं उन्हें लडडुओं से तोला गया. वहीं अपने लोगों के बीच भावुक हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि सिराज की लोगों की वजह से वह इस मुकाम तक पहुंचे हैं. अब सिराज का कर्ज चुकाने का वक्त आ कया है. पांच साल तक उनकी अपनी सराकार है सिराज की बेहतरी के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी. रविवार सबुह जयराम ठाकुर शिमला से हैलिकॉप्टर द्वारा मंडी के पड्डल मैदान पहुंचे. वहां से गाड़ी द्वारा अपने गृह क्षेत्र की ओर रवाना हो गए.
मुख्यमंत्री सबसे पहले शक्तिपीठ बगलामुखी मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने पूजा-अचर्ना की. इसके बाद सरोआ, खन्यारी, बाड़ा, कांढा और सराज की केयालीधार पंचाययत में उनका भव्य स्वागत किया गया. केयोलीधार में मुख्यमंत्री को लडडुओं से तोला गया. यहां पर लोगों का आभार व्यक्त करने के बाद उनका काफिला बगस्याड की ओर बढ़ गया. जहां बगस्याड स्कूल में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप लोगों की वजह से सिराज को मुख्यमंत्री का पद हासिल हुआ है. अब यह आप लोगों की जिम्मेदारी है कि प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों का एक समान विकास हो. उन्होंने कहा कि “आप लोग हर दौर में मेरे साथ खड़े रह हैं. अब माटी का कर्ज चुकाने की बारी है.” उन्होंने कहा कि “हर कार्यकर्ता अपने को मुख्यमंत्री समझते हुए जिम्मेदारी से काम करे. जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री का पद सिराज के पास पांच साल नहीं बार-बार रहे इसलिए सिराज की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है.
शिखर पर पहुंचा सिराज
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिराज के लोगों की वजह से आज हिमाचल प्रदेश के शिखर पर सिराज पहुंच गया है. अब मुख्यमंत्री भी आपका है, मगर सब्र रखें विकास रातों-रात नहीं होता, आपके सहयोग से सिराज समेत पूरे हिमाचल का विकास करवाने की कोशिश करुंगा. उन्होंने पीएचसी बगस्याड का दर्जा बढ़ाकर सीविल अस्पताल करने की पहली घोषणा की. वहीं पर उपायुक्त और अन्य अधिकारियों को जगह तलाशने के निर्देश दिए. उनके साथ उनकी धर्मपत्नी डॉ. साधना, आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, विधायक विनोद कुमार और जवाहर ठाकुर भी मौजूद थे.