शिमला. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने आज विधानसभा में हिमाचल प्रदेश आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 प्रस्तुत किया. यह दस्तावेज आर्थिक और सांख्यिकी विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा तैयार किया गया है. आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं-
D22-23 में हिमाचल का आर्थिक प्रदर्शन
पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान राज्य की वास्तविक जी.डी.पी. स्थिर भावों पर ₹8,143 करोड़ से अधिक होगी. राज्य आय के प्रथम अग्रिम अनुमानों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद में वित्तीय वर्ष 2021-22 के 7.6 प्रतिशत की तुलना में 6.4 प्रतिशत की वृद्धि होगी.
वित्तीय वर्ष 2021-22 के ₹1,26,433 करोड़ के सकल घरेलू उत्पाद के अंतिम अनुमानों की तुलना में वित्तीय वर्ष 2022-23 में स्थिर भावों (2011-12) पर राज्य की जी.डी.पी. ₹1, 34,576 करोड़ अनुमानित है.
वित्तीय वर्ष 2022-23 में जी. डी. पी. प्रचलित भावों पर ₹1,95,404 करोड़ अनुमानित है. जोकि वित्तीय वर्ष 2021-22 के अस्थायी अनुमानों के अनुसार ₹1.76,269 करोड़ से ₹19,135 करोड़ की शुद्ध वृद्धि दर्शाते हैं. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान नोमिनल जी.डी.पी. में वृद्धि वित्त वर्ष 2021-22 के 13.5 प्रतिशत की तुलना में 10.9 प्रतिशत अनुमानित है.
वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए अग्रिम अनुमानों के अनुसार, प्राथमिक क्षेत्र से सकल मूल्य वर्धित, स्थिर भावों पर 2.0 प्रतिशत की गति से बढ़ने की संभावना है. वित्त वर्ष 2022-23 (अ.अ.) के दौरान प्राथमिक क्षेत्र का जी.वी.ए. स्थिर भावों पर 2021-22 (प्र.स.अ.) के ₹16.395 करोड़ के मुकाबले 216,717 करोड़ हो गया.
संगठित और असंगठित क्षेत्र की आय बढ़ाने के लिए और राज्य के बुनियादी ढांचे का विकास करने के लिए निर्माण उप-क्षेत्र का विकास महत्वपूर्ण है. निर्माण क्षेत्र में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान उच्चतम विकास दर जोकि 9.5 प्रतिशत अनुमानित है. पर्यटकों का आगमन किसी विशेष गंतव्य में पर्यटन की मांग के मुख्य संकेतकों में से एक है. कोविड-19 महामारी के बाद घरेलू पर्यटकों का आगमन 2020 में 32.13 लाख से बढ़कर 2021 में 56.37 लाख और 2022 में कुल मिलाकर 150.99 लाख हो गया है. इससे पता चलता है कि पर्यटकों का आगमन पूर्व महामारी के स्तर तक पहुँच रहा है.
राज्य कि पांच बारहमासी नदी घाटियों में लगभग 27:436 मेगावाट जलविद्युत बिजली का उत्पादन करने कि क्षमता है. राज्य कि कुल जलविद्युत क्षमता में से अब तक 10,519 मेगावाट का दोहन किया जा चुका है, जिसमें से 76 प्रतिशत हिमाचल सरकार के नियंत्रण में है जबकि शेष केंद्र सरकार द्वारा दोहन किया जा रहा है. चालू वित्त वर्ष में 2022-23 के अप्रैल से दिसम्बर तक राज्य पर थोक मूल्य मुद्रास्फीति 15.4 प्रतिशत से गिरकर 50 प्रतिशत हो गयी. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में 3.2 और 7.2 प्रतिशत के बीच उतार-चढ़ाव आया. चालू वित्त वर्ष में हिमाचल प्रदेश में मध्यम मुद्रास्फीति है, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जो दिसंबर -2022 में 39 प्रतिशत दर्ज की गयी.
हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग 108 नागरिक अस्पतालों, 104 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, 580 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और 16 नागरिक औषधालयों के नेटवर्क के माध्यम से उपचारात्मक निवारक और पुनर्वास सेवाएं प्रदान कर रहा है. नीति आयोग एसडीजी इंडिया इंडेक्स और डैशबोर्ड 2022-21 के अनुसार एसडीजी प्रगति मापन में हिमाचल प्रदेश “फ्रंट रनर है. 2020-21 में सतत विकास लक्ष्यों के मामले में हिमाचल प्रदेश केरल के बाद भारत में दूसरे स्थान पर है.