शिमला. 15 अप्रैल को प्रदेश में धूमधाम से हिमाचल दिवस मनाया जाएगा. इसके लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस बार जिला लाहौल स्पीति के काजा में हिमाचल प्रदेश का राज्य स्तरीय समारोह होगा. मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सुक्खू लाहौल-स्पिति के काजा में राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह की अध्यक्षता करेंगे.
यहां होंगे जिलास्तरीय समारोह
इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया चम्बा में जिला स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे. उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जिला सिरमौर के नाहन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.धनीराम शांडिल जिला हमीरपुर, कृषि मंत्री चंद्र कुमा जिला कांगड़ा के धर्मशाला, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान जिला ऊना, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी बिलासपुर, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर जिला शिमला, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह सोलन और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह मंडी में जिलास्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे.
यहां मुख्य संसदीय सचिवों को मिली जिम्मेदारी
मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के साथ जिला शिमला में, मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह के साथ जिला सोलन में, मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल और किशोरी लाल कृषि मंत्री चंद्र कुमार के साथ जिला कांगड़ा के धर्मशाला में जिला स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह में उपस्थित रहेंगे.
हिमाचल का इतिहास
15 अप्रैल 1948 को हिमाचल प्रदेश चीफ कमिश्नर राज्यों के रूप में अस्तित्व में आया था. भारतीय संविधान लागू होने के साथ 26 जनवरी 1950 को हिमाचल प्रदेश ‘ग’ श्रेणी का राज्य बन गया. 1 जुलाई 1954 को बिलासपुर हिमाचल प्रदेश में शामिल हुआ. 1 जुलाई 1956 में हिमाचल केंद्रशासित प्रदेश बना. 1 नवंबर 1966 को कांगड़ा और पंजाब के अन्य पहाड़ी इलाकों को हिमाचल में मिला दिया गया, लेकिन इसका स्वरूप केंद्रशासित प्रदेश का ही रहा. भारतीय संसद द्वारा दिसंबर 1970 को हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम पास किया गया और फिर हिमाचल 25 जनवरी 1971 को नये राज्य के रूप में अस्तित्व में आया. इस तरह हिमाचल प्रदेश भारतीय गणराज्य का 18वां राज्य बना था.