सोलन. 550 करोड़ की लागत से बनने वाले सोलन के चंबाघाट से वाकनाघाट फोरलेन निर्माण कार्य में कम्पनियां अपनी रुचि कम ही दिखा रही है. फोरलेन निर्माण का टेंडर हालांकि करोड़ों का है लेकिन उसके बाद भी महज तीन कम्पनियों ने ही इसके निर्माण कार्य में रुचि दिखाई है.
इनमें से किसी एक को बहुत जल्द ही फोरलेन निर्माण कार्य की जिम्मेवारी सौंपी जाने वाली है. आप को बता दें कि एनएचएआई पिछले काफी समय से ई टेंडरिंग कर रहा है लेकिन इस रोड़ की कठिन भगौलिक स्थिति को देखते हुए कम्पनियां खास रुचि नहीं ले रही थी. काफी समय की माथा पच्ची के बाद अब एनएचएआई के इस कार्य के लिए तीन कम्पनियां ने टेंडर भरा है.
अब दखने वाली बात होगी कि कौन सी कम्पनी एनएचएआई की शर्तों पर यह काम हासिल करती है. अगर यह टेंडर कम्पनी को इस सप्ताह मिल जाता है तो उम्मीद है की परवाणु शिमला फोरलेन के दुसरे चरण का कार्य भी जल्द आरम्भ हो जाएगा.
दुसरे चरण में यह फोरलेन चंबाघाट से लेकर वाकनाघाट तक बनाई जाएगी. जिसके लिए भूमि का अधिग्रहण की सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी है और अधिकतर प्रभावितों को मुआवजा भी दिया जा चुका है.
सोलन के एसडीएम आशुतोष गर्ग ने अधिक जानकारी देते हुए बताया की चंबाघाट से वाकना घाट तक फोरलेन के दुसरे चरण का कार्य जल्द आरम्भ करने जा रहे है जिसमें फोरलेन प्रभावितों को मुआवजा दिया जा रहा है जिसमे करीबन 4 सौ 52 करोड़ रुपए में से लगभग 250 करोड़ रुपए आबंटित किए जा चुके है. कई प्रभावितों की सम्पत्ति का आंकलन कर लिया गया है कुछ का किया जा रहा है.