चंबा. पंचायत टाइम्स की टीम कांगड़ा के बैजनाथ और पालमपुर से होते हुए चंबा की डलहौजी विधानसभा से लाइव हुई.
चंबा जिला
चंबा जिला हिमाचल के उत्तर-पश्चिम का सबसे दूरस्थ जिला है. उसके एक ओर पंजाब है और दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर. यहां से रावी नदी निकलती है जिस पर तीन हाइड्रो-पॉवर प्रोजेक्ट चमेड़ा-1,2,3 बने हैं. चेनाब नहीं जो लाहुल स्पीति में चंद्रभागा के नाम से जानी जाती है वह भी यहां से बहती है. चंबा में 5 सीटें हैं. यहां से पिछली बार 2 सीटें कांग्रेस के खाते में और 3 सीटें भाजपा के खाते में गयीं थीं.
यहां से हमारे टीम के संवाददाता राजन पांडेय गांधी चौक से लाइव हुए. चौक पर ही स्थित रायजादा हंस लाइब्रेरी की कहानी सुनाते हुए राजन कहते हैं कि डलहौजी एक बार उजड़ कर फिर से बसने वाला इलाका है. अंग्रेजों के जमाने में यानी 1850 के आस-पास लॉर्ड डलहौजी के नाम पर इसे बसाया गया था. डलहौजी अपने सिद्धांत ‘डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स’ की वजह से जाने जाते हैं. जिसके मुताबिक जिस राजा के संतान नहीं होती वह किसी बच्चे को गोद नहीं ले सकेगा और उसका राज्य अंग्रेजों के पास चला जाएगा. इसके खिलाफ चंबा की रियासतों में भी विद्रोह हुआ था. 1857 का विद्रोह होने तक यह विरोध यहां पकता रहा.
डलहौजी
डलहौजी के यहां कभी न आने के बावजूद इस इलाके का नाम डलहौजी है. जब यहां से अंग्रेज अपने एस्टेट छोड़ कर जाने लगे तो यह शहर वीरान हो गया. हंसराज पाकिस्तान से आकर पंजाब के इलाके में बसे थे. विभाजन से उनका दिल बहुत परेशान था. उन्होने नेहरू का यहां बुलाया. उसके बाद यह शहर दोबारा बसना शुरू हुआ. डलहौजी पर्यटन स्थल होने के साथ ही प्रसिद्ध शूटिंग स्थल भी है. विशाल भारद्वाज की ‘ब्लू अंब्रैला’ और सलमान-मनीषा की ‘1942 लव स्टोरी’ की शूटिंग के अलावा और बहुत सी फिल्मों की शूटिंग भी यहां हुई है.
चुनावी राजनीति
राजनौतिक रूप से यह कांग्रेस के दबदबे वाली सीट मानी जाती है. आशा कुमारी यहां से मौजूदा विधायक हैं. 2012 के चुनाव में भाजपा ने रेनू चड्डा का आशा कुमारी के खिलाफ उतारा था जो 18000 मतों के साथ दूसरे नंबर पर रहीं. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी आशा कुमारी 25000 वोटों के साथ विजयी रहीं. इस बार भाजपा ने यहां से डी एस ठाकुर जो जिलाध्यक्ष भी हैं उनको प्रत्याशी बनाया है. लोगों से यहां बात करने पर ज्यादातर अपने वोट की पूर्व जानकारी साझा नहीं करना चाहते लेकिन मौजूदा विधायक के कराये कामों की तारीफ सभी करते हैं. मनोहर लाल सैनी और राम जी दास जो यहां के ही रहने वाले हैं उनका भी यही कहना है कि विधायक ने क्षेत्र में काफी काम कराया है. भाजपा ने यहां के स्थानीय व्यक्ति को उम्मीदवार नहीं बनाया इस बात की आलोचना एक व्यक्ति साफ-साफ करता है.