नई दिल्ली. कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले गुजरात के 14 विधायकों को पार्टी से निकाल दिया है. पार्टी ने बुधवार को अहमद पटेल की जीत के एक दिन बाद यह फैसला लिया. कांग्रेस ने व्हिप जारी कर अपने विधायकों से अहमद पटेल के लिए वोट करने को कहा था. इन विधायकों ने व्हिप को नहीं माना. विधायकों को 6 सालों के लिए पार्टी से निकाला गया है. कांग्रेस ने निकाले गए 14 विधायकों पर दलबदल कानून के तहत कार्यवाई करने की भी बात कही है.
निकाले गए विधायकों में महेन्द्र वाघेला, राघवजी पटेल, हकुभा जाडेजा, सीके राउलजी, अमित चौधरी, कमसी मकवाना और भोलाभाई गोहिल सहित एक अन्य विधायक शामिल हैं. गौरलतब है कि राघव जी पटेल और भोला भाई गोहिल का वोट चुनाव आयोग ने रद्द कर दिया था. ये दोनों कांग्रेस के ही विधायक हैं. इनपर भाजपा अध्ययक्ष को दिखाते हुए मतदान करने का आरोप लगा. आरोप के सही पाये जाने पर चुनाव आयोग ने इनके वोट को रद्द कर दिया.
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने कहा कि सभी 8 विधायकों को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया है. हम इनके खिलाफ दल-बदल कानून के तहत भी कार्रवाई करेंगे.
मालूम हो कि गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के 56 विधायक थे. इनमें पहले ही 6 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद कांग्रेस के बाद सिर्फ 50 विधायक बच गये थे. राज्यसभा चुनाव में इन 50 विधायकों में 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग किया. इस तरह अहमद पटेल को कांग्रेस के विधायकों से सिर्फ 42 वोट ही मिल पाये. हालांकि पटेल को कुल 44 वोट मिले.
एनसीपी और जदयू दोनों पार्टियां अहमद पटेल के लिए वोट करने का दावा कर रही है. गुजरात में एनसीपी के दो और जदयू के एक विधायक हैं. अगर दोनों का दावा सही है तो उन्हे तीन अतिरिक्त वोट मिलने चाहिए थे. जबकि उन्हे अन्य पार्टियों से दो वोट ही मिले. अब सवाल यह उठता है कि वो एक कौन है जो झूठ बोल रहा है?