बिलासपुर. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा सरकार की जीरो टोलरेंस नीति पर सवालिया निशान लगाया है. कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की नीति के विपरीत एक उच्च पद पर ऐसे अधिकारी को बैठा दिया है, जिस पर पहले ही एम्स जैसे संस्थान में अनियमितता के आरोप लगे हैं.
प्रदेश कांग्रेस के महासचिव व श्री नयना देवी विधानसभा क्षेत्र के विधायक राम लाल ठाकुर ने कहा कि जेपी नड्डा के केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनते ही आरोपी अधिकारी को क्लिन चिट दे दी गई. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम के शिमला से मंडी दौरे के दौरान तोरणद्वार बनवाये जाने और बिलासपुर सर्किट हाउस को लाइट से सजाने की आलोचना की है.
कर्ज लेकर विकास करना गलत नहीं
राम लाल ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का पूर्व सरकार को ऋण के मामले में कटघरे में खड़ा करना तर्कसंगत नहीं है. यदि प्रदेश सरकार 46,500 करोड़ के कर्ज में डूबी है तो यह सब विकास के लिए हुआ है. तत्कालीन धूमल सरकार भी पूर्व वीरभद्र सरकार पर बेतहाशा कर्ज छोड़कर गई थी. लेकिन यदि कर्ज प्रदेश के विकास के लिए लिया गया है. तो इसमें कोई बुराई नहीं है. ठाकुर ने मुख्यमंत्री से जानना चाहा कि विपक्ष में रहते हुए खनन, वन और ड्रग माफिया का हौवा खड़ा करने वाली भाजपा का अब इस मुददे पर क्या स्टैंड है.
उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री ने एक्सटेंशन व रिटायरमेंट के बाद लगे सभी लोगों को नौकरी से बाहर कर दिया और बाद में पटवारियों व कानूनगो को दोबारा वापस ले लिया.
भाजपा या मोदी की कोई लहर नहीं
रामलाल ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में भाजपा तथा मोदी की कोई लहर नहीं थी. उन्होंने कहा कि यदि लहर होती तो न मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल हारते और न ही भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने इस बार नया प्रयोग कर दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर नए लोगों को मौका दिया है. इस अवसर पर जिला कांग्रेस के महासचिव संदीप सांख्यान, जुखाला कांग्रेस मंडल के प्रधान सरपाल ठाकुर व युवा नेता आशीष ठाकुर भी मौजूद रहे.