शिमला. हिमाचल में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं. बीजेपी के केंद्रीय नेता शिमला में आकर सरकार पर ताबड़तोड़ हमले बोल रहे हैं, तो कांग्रेस भी बीजेपी को घेरने में पीछे नहीं है. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन नरेश चौहान ने बीजेपी को कठघरे में खड़ा किया है.
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनावों के समय हिमाचल से बड़े-बड़े वादे किए थे, मोदी उसके बाद दो बार हिमाचल आ चुके हैं, सरकार के साढ़े तीन साल भी बीत गए. मगर चुनावी वादों को भुला दिया. केंद्रीय नेताओं के साथ ही पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल, शांता कुमार और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा भी जनता को यह बताएं कि मोदी ने हिमाचल के लिए क्या किया. जनता भी यह जानना चाहती है चूंकि उसने वादों पर ही वोट दिया था.
चौहान ने कहा कि महंगाई के नाम पर शोर मचाने वाली बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी अब पेट्रो पदार्थों की कीमतों के आसमान छूने पर चुप्पी साधे हुए हैं. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 53 प्रतिशत गिरने के बावजूद पेट्रोल की कीमत अस्सी रुपये और डीजल 61 रुपये है. जबकि पूर्व यूपीए सरकार में कच्चे तेल की कीमतें 115 से 120 डॉलर प्रति बैरल होने पर भी पेट्रोल की कीमत 70 रुपये और डीजल 57-58 रुपये थी.
जनता ये भी जानना चाहती है कि कीमतें कम होने के बाद भी ऊंचे दामों से किसे फायदा पहुंचाया जा रहा है. चूंकि कीमतें इस समय आधी होनी चाहिए थीं. चौहान ने कहा कि बीजेपी के झूठे वादों की पोल खुल चुकी है. युवाओं को न के बराबर रोजगार दिया गया, जिसका नतीजा बीजेपी के सामने है. युवाओं ने मोदी सरकार की चिकनी-चुपड़ी बातों में न आकर डीयू में एनएसयूआई को जीत दिलाई.