बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान में बस कुछ ही दिन बचे हैं. बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने भी अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इस दौरान कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, राज्य इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष डॉ. परमेश्वरजी सहित पार्टी के अन्य नेता उपस्थित रहे.
PFI से की बजरंग दल की तुलना
घोषणापत्र में कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से की है और कहा है कि अगर उन्हें सत्ता पर काबिज होने का अवसर मिला, तो वे इसे बैन करेंगे. कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में गृह ज्योति, गृह लक्ष्मी, अन्न भाग्य, युवा निधि एवं शक्ति की पांच गारंटी दोहराईं. सोमवार को भाजपा ने भी अपना घोषणा पत्र जारी किया था, जिसमें कई जनकल्याण योजनाओं के साथ-साथ गरीबों को मुफ्त अनाज देने की बात कही गई है.
कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में जनता से वादा किया है कि अगर वे सत्ता में आते हैं, तो गृह ज्योति के तहत 200 यूनिट निशुल्क बिजली दी जाएगी. गृह लक्ष्मी में परिवार की मुखिया को दो हजार रुपये तथा अन्न भाग्य में दस किलोग्राम अनाज देने का वादा किया गया है. इसके साथ ही कांग्रेस ने पशुपालन को बढ़ावा देने और गांवों में कम्पोस्ट खाद केंद्र स्थापित करने के लिए गाय का गोबर 3 रुपये प्रतिकिलो खरीदने का वादा किया है.
कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि युवा निधि के तहत बेरोजगार स्नातकों को एक माह में तीन-तीन हजार रुपये तथा डिप्लोमाधारी बेरोजगारों को डेढ़-डेढ़ हजार रुपये दिए जाएंगे. वहीं, शक्ति योजना के तहत सभी महिलाओं को राज्य भर में केएसआरटीसी / बीएमटीसी बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने घोषणापत्र जारी करते हुए कहा, “मैं छठी गारंटी देता हूं कि सभी वादों को सरकार गठन के पहले दिन, मंत्रिमंडल की पहली बैठक में लागू किया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा पारित किए गए अन्यायपूर्ण सभी कानूनों तथा अन्य जन विरोधी कानूनों को सत्ता में आने के एक वर्ष के भीतर ही रद्द कर दिया जाएगा.”