नई दिल्ली. बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के खिलाफ केस की सुनवाई कर रहे दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है. पुलिस के द्वारा छापेमारी के दौरान छुड़ाई गईं नाबालिग लड़कियों पर हाईकोर्ट ने कहा कि आखिर यह कैसा आश्रम है, जहां कम उम्र की लड़कियों को रखा जाता है. हम किस युग में जी रहे हैं.
वहीं सुनवाई के दौरान वीरेन्द्र दीक्षित के कोर्ट में पेश न होने पर कोर्ट से सीबीआई से बाबा के दिल्ली स्थित 8 आश्रमों पर छापेमारी करने को कहा है और बाबा को तलाश करने को कहा है.
कम उम्र की लड़कियां कैद में
वहीं छापेमारी के दौरान मौजूद महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति ने कोर्ट को बताया कि कम उम्र की लड़कियों को ही बाबा के सामने सरेंडर करना होता था, पुरुषों की नहीं. कोर्ट ने कहा कि ऐसा पहली बार देख रहे हैं कि कम उम्र की लड़कियों को पिंजड़े में बंधक बनाकर रखा जा रहा है. हम किस युग में जी रहे हैं.
अबतक 11 एफआईआर दर्ज
बाबा वीरेन्द्र दीक्षित के खिलाफ अबतक 11 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. जिसमे रेप, खुदकुशी के लिए उकसाने और धमकी देने जैसे आरोप हैं. विश्वविद्यालय में तकरीबन 200 लड़कियों को बंधक बनाकर रखा गया था.