धमर्शाला. पुलिस ग्राउंड में चल रहे आईजी भवन के निर्माण कार्य का विरोध तूल पकड़ता जा रहा है. प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के आदेशों पर भी 12 दिन बाद कोई कार्रवाई नहीं की है. सरकार के इस रवैये से आहत धर्मशाला वासी इस निर्माण कार्य के खिलाफ अब खुलकर सामने आने का मन बना चुके हैं.
इसी के चलते वीरवार को धर्मशाला के लोगों ने पुलिस ग्राउंड में एकत्रित होकर, इस निर्माण कार्य के विरोध में सांकेतिक प्रदर्शन किया. स्मार्ट सिटी धर्मशाला में पुलिस मैदान की एन्क्रोचमेन्ट कर आईजी भवन का निर्माण किया जा रहा है.अगर समय रहते इस भवन निर्माण कार्य को रोका नहीं गया तो धर्मशाला में भी जंजैहली जैसे हालात उत्पन्न हो सकते हैं.
वीरवार को इस भवन के निर्माण कार्य को बंद करवाने के लिए धर्मशाला के शहर वासी पुलिस ग्राउंड में एकत्रित हुए और भवन निर्माण की जगह पर मोमबत्तियां जला कर अपना रोष प्रकट किया. इस बारे में शहर के लोगों का कहना है कि इस मैदान के साथ जन भावनाएं जुड़ी है और पुलिस अपनी तानाशाही दिखा कर जबर्दस्ती भवन निर्माण कर रही है.
उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते की धर्मशाला में भी जंजैहली जैसी हालात उत्पन्न हो. धर्मशाला में आईजी भवन का निर्माण कहीं दूसरी जगह होना चाहिए. आईजी भवन निर्माण के लिए मैदान में पूर्व में बने बास्केट बॉल के कोर्ट को उखाड़ा गया. लोगों का कहना है कि पुलिस मैदान को खत्म करने में लगी हुई है और आने वाले समय में खिलाड़ियों को खेलने की जगह भी नहीं मिलेगी. हालांकि उक्त भवन निर्माण के कार्य को बंद करने का आदेश मुख्यमंत्री ने भी दिया था, लेकिन वह मौखिक रहा और लिखित में कुछ नहीं किया गया.
शहर के वरिष्ठ नागरिकों ने इस भवन के निर्माण कार्य को बंद करवाने और पुलिस मैदान को बचाने के लिए प्रधान मंत्री को पत्र भी लिखा था और इसका जवाब प्रधानमंत्री ने दिया है. जिसमें प्रधानमंत्री ने मुख्य सचिव हिमाचल सरकार को निर्देश दिए है कि इस मामले की जांच कर पूरी स्थिति स्पष्ट कर पीएमओ की वेबसाइट पर भी उपलोड किया जाए.
शहर के लोगों ने चेताया है कि एक दो दिन के भीतर अगर निर्माण कार्य बंद नहीं किया गया तो यहां की जनता धरना प्रदर्शन करने से गुरेज नहीं करेगी और अगर हालात बिगड़ते है तो उसकी जिम्मेबारी पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन और सरकार की होगी. इस बारे में एडीएम धर्मशाला ने कहा कि इस मामले को लेकर सरकार को अवगत करवाया जायेगा और जल्द ही इस मामले का समाधान निकाला जाएगा.