मंडी(सरकाघाट). क्षेत्र के डाकघर में उपभोक्ताओं को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उपमंडल मुख्यालय पर स्थित इस डाकघर में प्रतिदिन सैकड़ों लोगों को अपने काम के सिलसिले में आना पड़ता है.
कई बार घंटों के इंतज़ार करने के बाद भी अनेकों बार उन्हे अपना काम करवाए बिना निराश लौटना पड़ रहा है और यह सिलसिला गत डेढ़ वर्ष से चल रहा है. अनेक लोगों ने तो आसपड़ोस के डाकघरों में जाकर अपने बचत खाते और अन्य सेवाओं को लेना शुरू कर दिया है.
लेकिन कुछ ऐसे भी सरकारी विभाग हैं जो उपमंडल मुख्यालय पर होने के कारण डाकघर से उनका रोज़ का वास्ता पड़ता है और वे अत्यधिक परेशानी से गुजर रहे है. इस सारी समस्या का कारण डाकघर में स्टाफ की कमी बताया जा रहा है.
डाकघर में विभिन्न स्वीकृत पदों की संख्या सात है लेकिन वर्तमान में मात्र दो ही लिपिक कार्यरत है और उनमें से भी एक को अन्य डाकघरों में अपनी सेवायें देने के लिए प्रति नियुक्त कर दिया जाता है. डाकघर में जो इक्का-दुक्का कर्मचारी काम करते हैं उन पर काम का इतना बोझ बढ़ जाता है कि अनेकों बार मानसिक रूप से परेशान होकर वे भी लम्बी छुट्टी पर चले जाते है.
सबसे अधिक कठिनाई बचत एजेंटों को हो रही है जिनको आर.डी.और बचत खातों में पैसा जमा करवाने के लिए तथा अपनी जमा पूंजी को लेने बारे अनेकों बार आना पड़ता है. बचत एजेंट कमला देवी,रौशनी देवी का कहना है कि वे इस डाकघर की कार्यप्रणाली के कारण अत्यधिक परेशान हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
उपरोक्त लोगों ने विभाग के उच्चाधिकारियों से इस डाकघर कि हालत सुधारने की गुहार लगाई है. इस बारे में जब पोस्टमॉस्टर शेर सिंह नेगी से बात की गई तो बताया कि स्टाफ की कमी के चलते लोगों को यह समस्या आ रही है और यथासंभव सेवायें वे दे रहे हैं.