धर्मशाला. प्रदेश में संगीन अपराधियों पर नकेल कसने के लिए जल्द ही मंडी और धर्मशाला में डीएनए जांच की सुविधा शुरू होगी. इन दोनों नए लैब के चालू होने के बाद अपराधी डीएनए जांच रिपोर्ट की देरी का लाभ नहीं उठा सकेंगे. प्रदेश में वर्तमान में डीएनए जांच की सुविधा केवल फोरेंसिक लैब जुन्गा में ही उपलब्ध है. इन दोनों जगह जांच की शुरूआत होने के बाद प्रदेश के तीनों लैबों में डीएनए जांच की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. जांच की सुविधा शुरू करने के लिए इन दोनों लैब के लिए निर्धारित कर्मचारियों के पदों को सृजित कर दिया गया है.
यही नहीं नए उपकरणों के साथ ही अत्याधुनिक मशीनों को लगाया जा रहा है. प्रदेश में राज्य फोरेंसिक लैब के अलावा दो रेंजों के तहत डीएनए सहित फोरेंसिक जांच की जाएगी. निदेशक अरुण शर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी.
शिमला के साथ ही सोलन, सिरमौर और किन्नौर, मंडी रेंज में कुल्लू, लाहुल स्पीति, बिलासपुर, हमीरपुर और मंडी जबकि धर्मशाला रेंज के तहत कांगड़ा, चंबा व ऊना को शामिल किया गया. इसके लिए पदों के सृजन के साथ एक करोड़ पचास लाख रुपये की लागत के उपकरणों को भी स्थापित किया जा रहा है.