हमीरपुर (भोरंज). जिले की भोरंज (सुरक्षित) विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा, दोनों ही जीत के दावे कर रहे हैं, पर अन्दर ही अन्दर दोनों को डर है कि अपनों की नाराजगी कहीं उनका खेल न बिगाड़ दे.
ऐन मौके पर अनिल धीमान का टिकट काटने से बढीं भाजपा की मुश्किलें
धूमल सरकार में 2 बार शिक्षा मंत्री रहे और लगातार भोरंज विधासभा क्षेत्र से 6 बार चुनाव जीत चुके स्व. ईश्वर दास धीमान उर्फ गुरूजी के निधन के बाद अप्रैल में हुए भोरंज उपचुनाव में उनके बेटे डा. अनिल धीमान को भाजपा से टिकट मिला और डा. अनिल धीमान करीब साढ़े 8,000 वोटों से जीत भी गए. लेकिन इस बार के चुनाव में भाजपा हाईकमान ने गुरु जी के परिवार का टिकट काट दिया और एक दलित महिला को प्रत्याशी बनाया. ऐसे में चुनाव के समय अचानक धीमान परिवार का टिकट कटने से भोरंज भाजपा मंडल के पदाधिकारी भी हैरान रह गए. उन्होंने चुनाव प्रचार से हाथ पीछे खींच लिए.
कांग्रेस में भी हैं कुछ ऐसे ही हालात
उधर, कांग्रेस में भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई थी. 6 माह पहले कांग्रेस ने भोरंज उपचुनाव में जिस महिला नेत्री प्रोमिला देवी को मैदान में उतारा था, उसका टिकट काट दिया गया और नए प्रत्याशी के रूप में सुरेश कुमार को टिकट दिया गया. टिकट के एक अन्य दावेदार जिला सब्जी मंडी के अध्यक्ष प्रेम कौशल भी खाली हाथ रह गए। ऐसे में कांग्रेस-भाजपा के टिकट आबंटन में चौंकाने वाले फैसलों के चलते अब चुनाव प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद दोनों पार्टियों के प्रत्याशी भितरघात होने की संभावना से घबराए हुए हैं.
जिलेभर में सबसे कम मतदान होने के चलते भी आशंकित हैं प्रत्याशी
जहां पूरे हमीरपुर जिले में करीब 70 प्रतिशत मतदान हुआ है, वहीं भोरंज विस क्षेत्र में सिर्फ 65 प्रतिशत मतदान हुआ है जिससे प्रत्याशियों की सांसें फूली हुई हैं। इस सीट पर कुल 5 प्रत्याशी मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही है। भाजपा प्रत्याशी जहाँ नई हैं वहीँ उनके बाहरी, यानि हमीरपुर विस क्षेत्र से होने का मामला भी भाजपा नेताओं की आशंकाएं बढ़ाये हुए है.
महिलाओं के ज्यादा मतदान का फायदा भाजपा को मिलेगा: कमलेश
भाजपा प्रत्याशी कमलेश कुमारी का कहना है कि पहली बार भाजपा ने भोरंज में एक दलित महिला को टिकट दिया है. और यह भाजपा की अजेय सीट है. उन्होंने कहा कि भोरंज में मतदान कम हुआ है लेकिन महिलाओं ने ज्यादा मतदान किया है जिसका लाभ भाजपा को मिलेगा. उधर, कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश कुमार का कहना है कि भाजपा की हार निश्चित है तथा कांग्रेस भोरंज सीट को करीब 3,000 मतों से जीतेगी. दोनों के दावों के बीच असल में भोरंज से कौन जीतता है इसका फैसला तो 18 दिसंबर को ही होगा.